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डेकन में बैंकों के डूबेंगे 4,000 करोड़

ईटी 19 Oct 2012, 12:10 am

बॉम्बे हाई कोर्ट ने डेकन चार्जर्स के टर्मिनेशन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। इससे बैंकों की कंपनी पर बकाया 4,000 करोड़...

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डेकन में बैंकों के डूबेंगे 4,000 करोड़
मौलिक व्यास/अनिता भोइरमुंबई।। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स के टर्मिनेशन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। इससे बैंकों की कंपनी पर बकाया 4,000 करोड़ रुपए के लोन की वसूली की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है।कोर्ट के फैसले के बाद क्रिकेट फ्रेंचाइजी की बिक्री से डेकन क्रॉनिकल से कम से कम 1,000 करोड़ रुपए की वसूली की उम्मीद कर रहे बैंकों को अब अपने फंड के कुछ हिस्से की रिकवरी के लिए दूसरे एसेट्स बेचने के बारे में सोचना पड़ सकता है। हालांकि, कंपनी के पास फिजिकल एसेट्स को छोड़कर ज्यादा एसेट्स नहीं बचे हैं। कंपनी के पास डेकन क्रॉनिकल और फाइनैंशल क्रॉनिकल पब्लिकेशंस भी हैं।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और डेकन क्रॉनिकल के बीच क्रिकेट फ्रेंचाइजी को लेकर विवाद आर्बिट्रेशन में है। जस्टिस आर. डी. धानुका ने फैसले में कहा, 'कोई आर्बिट्रेटर कोर्ट के फैसले को बदल नहीं सकता।' डेकन क्रॉनिकल के एसेट्स की तस्वीर साफ नहीं होने से एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक और यस बैंक को लोन के बड़े हिस्से का नुकसान हो सकता है। डेकन क्रॉनिकल ने क्रिकेट फ्रेंचाइजी मुंबई के बिल्डर कमला लैंडमार्क को बेचने की कोशिश की थी। कमला लैंडमार्क को रिप्रेजेंट करने वाली लॉ फर्म हरियानी ऐंड कंपनी के सीनियर पार्टनर अजय वजीरानी ने बताया, 'हमारा क्लाइंट डेकन क्रॉनिकल के साथ किए गए एमओयू को पूरा करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए टर्मिनेशन नोटिस पर रोक लगाने को लेकर जरूरी कार्रवाई की शुरुआत होनी चाहिए।'बुक्स रीटेलिंग जैसे बिजनस में डायवर्सिफाई करने के बाद डेकन क्रॉनिकल के लिए बुरे दौर की शुरुआत हो गई थी। अक्टूबर की शुरुआत में कोर्ट ने डेकन चार्जर्स को बीसीसीआई को 100 करोड़ रुपए की बिना शर्त बैंक गारंटी देने के लिए कहा था। हालांकि, हैदराबाद का मीडिया ग्रुप ऐसा नहीं कर पाया।

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