नई दिल्ली
ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन ने स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) बोर्ड के उस फैसले का विरोध किया है, जिसमें कमर्शल वीइकल और टैक्सियों के रजिस्ट्रेशन और परमिट को पार्किंग प्रूफ से जोड़े जाने की बात कही गई है। एसटीए बोर्ड एक ऐसी पॉलिसी बनाने जा रहा है, जिसमें कमर्शल वीकल का रजिस्ट्रेशन तभी हो, जब वीकल की पार्किंग का प्रूफ दिया जाए।
ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के प्रेजिडेंट किशन वर्मा का कहना है कि 26 अप्रैल 2017 को बुराड़ी ऑटो टैक्सी यूनिट के अधिकारियों ने यह कहकर टैक्सी संगठनों की बैठक बुलाई गई थी कि टैक्सी चालकों की समस्याओं को देखते हुए टैक्सियों पर कॉमन पॉलिसी बनाई जा रही है, लेकिन पार्किंग पॉलिसी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। ऑटो- टैक्सी संगठन एसटीए बोर्ड द्वारा सभी व्यावसायिक टैक्सियों पर पार्किंग चार्ज पॉलिसी बनाए जाने के फैसले का विरोध करेंगे। नए ऑटो परमिट जल्द जारी किए जाएं और दिल्ली में मोबाइल ऐप से चल रही बिना लाइसेंस ओला, उबर को बंद किया जाए। बिना नंबर के चल रहे अवैध ई-रिक्शाओं को पूरी तरह दिल्ली की सड़कों से हटाया जाए। दिल्ली की टैक्सियों को एमसीडी टोल टैक्स से फ्री करने की मांग भी काफी समय से की जा रही है।