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दिल्लीः मेट्रो स्टेशनों के बाहर के ग्रे एरिया किए जाएंगे सीसीटीवी से कवर

Delhi Metro News: पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल मेट्रो स्टेशनों के बाहर कुछ जगह कैमरे लगे हुए तो हैं, लेकिन ये कम हैं। वहीं मेट्रो स्टेशनों के बाहर लोकल थाना पुलिस भी सीसीटीवी कवरेज पर बहुत अधिक ध्यान नहीं देती।

Authored byमनीष अग्रवाल | नवभारत टाइम्स 21 Mar 2021, 11:13 am

हाइलाइट्स

  • स्टेशनों के बाहर ऐसे एरिया अभी नहीं हैं सीसीटीवी की नजर में
  • अब 190 स्टेशनों के बाहर एक हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव
  • चोरी और झपटमारी जैसी वारदात पर काबू पाने के लिए यह जरूरी
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नई दिल्ली
मेट्रो स्टेशनों के ठीक बाहर वाले एरिया में भी सुरक्षा की दृष्टि से जल्द ही और इंतजाम बढ़ाए जाएंगे। मेट्रो पुलिस ने दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों के बाहर वाले एरिया का सर्वे करके पाया है कि इन जगहों पर थोड़ी समस्या है। मेट्रो स्टेशन के बाहर ये इलाके ग्रे एरिया में आ रहे हैं। जहां न तो मेट्रो की ओर से पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और न ही लोकल पुलिस ने।
अपराध रोकने के लिए लगाए जाएंगे CCTV
ऐसे में यहां होने वाले क्राइम को रोकने के लिए जरूरी है कि स्टेशनों के बाहर के इन ग्रे एरिया में भी सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त कवरेज हो। इसी मकसद से दिल्ली के तमाम मेट्रो स्टेशनों के बाहर करीब एक हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस मामले में दिल्ली मेट्रो पुलिस के डीसीपी जितेंद्र मणि से भी बात की गई तो उन्होंने बताया कि हां, मेट्रो स्टेशनों के बाहर कुछ एरिया ऐसे हैं जहां सीसीटीवी कैमरों की कवरेज की और अधिक जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए एक प्रस्ताव बनाया गया है जिसे दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर भेजा जाएगा। इसके बाद दिल्ली के इन तमाम 190 मेट्रो स्टेशनों के बाहर भी सीसीटीवी कैमरों का कवच तैयार हो जाएगा।

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ग्रे एरिया पर रहेगा सबसे ज्यादा फोकस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल मेट्रो स्टेशनों के बाहर कुछ जगह कैमरे लगे हुए तो हैं, लेकिन ये कम हैं। वहीं मेट्रो स्टेशनों के बाहर लोकल थाना पुलिस भी सीसीटीवी कवरेज पर बहुत अधिक ध्यान नहीं देती। ऐसे में यह ग्रे एरिया छूट रहा है। जरूरत है इन्हें भी कैमरों से कवर करने की ताकि चोरी और झपटमारी जैसी वारदात इनमें कैद हो सकें। इसका यह भी फायदा होगा कि कई बार समय रहते कैमरे को देख रहे जवान की मदद से वारदात को रोका भी जा सकेगा। इस कदम से दिल्ली मेट्रो में हर दिन सफर करने वाले करीब 30 लाख यात्रियों को एक और सुरक्षा कवच मिलेगा।
लेखक के बारे में
मनीष अग्रवाल
मनीष अग्रवाल, नवभारत टाइम्स में असिस्टेंट एडिटर हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय, रेलवे और एविएशन मिनिस्ट्री के अलावा केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, पैरामिलिट्री फोर्स, सीबीआई, एनआईए, ईडी और भारतीय चुनाव आयोग भी कवर करते हैं। इससे पहले वह क्राइम, कस्टम और तिहाड़ जेल कवर करते थे। वह एनबीटी में 20 साल से भी अधिक समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं।... और पढ़ें

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