यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर जारी रिजल्ट में कई विद्यार्थियों के अंक और नाम गलत
मूल अंक पत्र आने में लगेंगे आठ दिन, बिना सुधार विद्यार्थी अंडर ग्रैजुएट कोर्स के लिए नहीं कर पा रहे आवेदन
केस-1: शिवानी ने इंटरमीडिएट पास की है। शिवानी के पिता का नाम राजीव कश्यप है, लेकिन वेबसाइट पर दी गई अंक तालिका पर राजीव सक्सेना लिखा है।
केस-2: रतनेश मिश्रा ने इंटरमीडिएट पास की है। वेबसाइट पर दी गई अंक तालिका पर रतनेश के पिता के नाम के आगे उनकी माता का नाम छपा है।
एनबीटी, लखनऊ:
यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा पास करने वाले ऐसे कई विद्यार्थी हैं, जिनके बोर्ड की वेबसाइट पर जारी रिजल्ट में गलतियां हैं। यूपी बोर्ड में 10वीं और 12वीं के नतीजे आए पांच दिन बीत चुके हैं। हालांकि, ऑरिजनल अंकतालिका आने में अभी सात से आठ दिन का समय और लगेगा। ऐसे में इंटरमीडिएट के विद्यार्थी मूल अंक पत्र के बिना अंडर ग्रैजुएट कोर्स के लिए आवेदन नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में, विद्यार्थियों में डर है कि कहीं उसका साल न खराब हो जाए।
यूपी बोर्ड ने इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के नतीजे 29 अप्रैल को जारी किए थे। ज्यादातर छात्रों की शिकायत है कि इंटरनेट पर जारी मार्कशीट में छपे अंकों और नाम में गलतियां हैं। अंक तालिकाओं में त्रुटि के बाद जो भी विद्यार्थी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय समाधान के लिए जा रहे हैं, इस पर जवाब मिल रहा है जब तक मार्कशीट नहीं आएगी तब तक इसमें कुछ भी नहीं किया जा सकता। डीआईओएस कार्यालय के अधिकारी का खुद मानना है कि इंटरनेट से डाउनलोड मार्कशीट के अधार पर त्रुटियों में सुधार के लिए आवेदन नहीं किया जा सकता। इसके लिए मूल अंक पत्र होने जरूरी है। विद्यर्थी को अंक तालिका में सुधार के लिए आवेदन कर अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य से अटेस्ट कराकर ही इलाहाबाद स्थित बोर्ड कार्यालय में ओवदन भेजना होगा।