एनबीटी संवाददाता, लखनऊ
इस साल बीएड की हर सीट पर औसतन दो दावेदार होंगे। बुधवार को हुई राज्य स्तरीय बीएड प्रवेश परीक्षा में 4,15,144 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया, जबकि बीएड कॉलेजों में करीब दो लाख सीटें हैं। मई में बीएड पाठ्यक्रम के लिए नए कॉलेजों की मान्यता जारी होनी है। ऐसे में सीटों में कुछ इजाफा भी हो सकता है। हालांकि प्रवेश परीक्षा करा रहे एलयू अधिकारियों के मुताबिक रिजल्ट 23 से 25 मई के बीच आ सकता है। इसके बाद जून में काउंसलिग करा दाखिले की औपचारिकता पूरी कर दी जाएगी।
एलयू के प्रवक्ता प्रो़ एनके पांडेय ने बताया कि बुधवार को शांतिपूर्वक प्रवेश परीक्षा आयोजित कराने में करीब 55 हजार शिक्षक और कर्मचारियों को लगाया गया। प्रदेश के 16 शहरों में दो पालियों में हुई परीक्षा कराने के लिए 17 नोडल सेंटर बनाए गए थे। बीएड पाठ्यक्रम के लिए पिछली तीन प्रवेश परीक्षाओं में इस बार सबसे ज्यादा आवेदन आए थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि भीड़ को संभालना मुश्किल होगा लेकिन प्रदेश भर के किसी भी सेंटर पर अनहोनी या हंगामे की घटना दर्ज नहीं हुई।
हिंदी-अंग्रेजी में उलझन
बीएड प्रवेश परीक्षा के सभी सवाल हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छपे थे। इस बीच छात्रों ने 14 सवाल एक ही भाषा में छपे होने की शिकायत दर्ज करवाई। इसकी जानकारी होते ही नोडल अधिकारी मौके पर पहुंचे। पड़ताल करने पर पता चला कि इसमें से सात सवाल हिंदी विषय के थे, जिनका इंग्लिश में अनुवाद करना सही नहीं होता और सात सवाल अंग्रेजी विषय के थे जिनका हिंदी में अनुवाद गलत होता। नोडल अफसरों ने स्टूडेंट्स की शंका का समाधान कर स्टूडेंट्स को शांत कराया।
नेशनल कॉलेज बना विशेष सेंटर
बीएड में आवेदन करने वाले करीब 350 अभ्यर्थी ऐसे थे, जिन्होंने सारा फॉर्म भरने के बाद फोटो और दस्तखत नहीं कर सके थे। ऐसे अभ्यर्थियों के लिए नेशनल पीजी कॉलेज को विशेष सेंटर बनाया गया था। इस सेंटर पर ऐसे अभ्यर्थियों को बुलाकर उनके दस्तखत और फोटो लिए गए। एलयू के प्रवक्ता प्रो़ एनके पांडेय ने बताया कि सभी 350 अभ्यर्थी इस सेंटर पर आए और सभी को परीक्षा देने की अनुमति दे दी गई।