सरकारी स्कूलों के 50 शिक्षकों का विधिमंडल में सम्मान
विशेष संवाददाता, मुंबई
शिक्षा के क्षेत्र में अंग्रेजी स्कूलों के दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे वर्चस्व के बीच शुक्रवार को सरकार ने ऐलान किया कि राज्यभर में 14000 बच्चों ने अंग्रेजी स्कूलों को बाय-बाय कर जिला परिषद स्कूलों में दाखिला लिया है। इस परिवर्तन के लिए सरकार ने सरकारी स्कूलों के 50 शिक्षकों को शुक्रवार को विधानमंडल में आमंत्रित कर उनका सम्मान किया।
राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि 'प्रगत शैक्षणिक महाराष्ट्र' कार्यक्रम के तहत राज्य के शिक्षकों ने जिला परिषद स्कूलों में विद्यार्थियों को रचनात्मक शिक्षा और स्पोकन इंग्लिश की शिक्षा का कार्यक्रम शुरू किया। परिणामस्वरूप राज्यभर में चल रहे प्राइवेट अनुदानित स्कूलों और अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने जिला परिषद स्कूलों में प्रवेश लिया। अब तक 14000 बच्चे जिला परिषद स्कूलों में प्रवेश ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन सिर्फ और सिर्फ शिक्षकों और उनके मार्गदर्शन के कारण संभव हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस परिवर्तन को साकार करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने और राज्य के विधिमंडल से उनका परिचय कराने के लिए प्रतिकात्मक रूप से राज्य के 50 शिक्षकों को शुक्रवार को विधानंडल की दर्शक दिर्घा में आमंत्रित किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य के जिला परिषद स्कूलों में रचनात्मक शिक्षा का प्रयोग करने वाले शिक्षकों का इस तरह से सम्मानित करने का संभवत: यह पहली घटना है।