यूपी चुनाव के नजदीक आने के साथ ही नेताओं को भगवान की याद आने लगी है। नेतागण मंदिरों में जाकर दर्शन पूजन कर रहे हैं। नेताओं में भक्ति ऐसी जगी है कि अब भगवान उनके सपने में भी आने लगे हैं। ताजा मामला समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का है। अखिलेश यादव ने कहा है कि भगवान श्री कृष्ण उनके सपने में आते हैं। वैसे यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई नेताओं ने सपने में भगवान के दर्शन की बात की है। लालू यादव ने सपने में शिव के दर्शन की बात करते हुए कहा था कि भगवान शिव ने उन्हें शाकाहारी बनने की नसीहत दी है। जबकि इनके बेटे तेज प्रताप ने तो सपने में भूत के दर्शन किए और शिव का नाम लेकर भूत को ही डरा दिया था। यह तो रही नेताओं की बात जो चुनावी बयार में ऐसे ही आपके कानों तक पहुंचती रहेगी। आइए जान लेते हैं स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में भगवान के दर्शन का क्या मतलब होता है।
स्वप्न फल को लेकर विभिन्न ग्रंथों और पुराणों के अनुसार सपने में भगवान को देखना आमतौर पर शुभ फलदायी होता है। भगवान श्री कृष्ण को अगर कोई सपने में देखता है तो इसका मतलब सामान्य तौर पर यह होता है कि व्यक्ति की तमाम उलझनें और परेशानियां दूर होने वाली है। श्रीकृष्ण को मुरला बजाते देखना जीवन में आनंद और खुशियों के आगमन का सूचक माना गाया है। जबकि देवी राधा के साथ श्रीकृष्ण का स्वप्न में दर्शन वैवाहिक जीवन में प्रेम और भौतिक सुखों की प्राप्ति का संकेत होता है। खुद को कान्हा को भोजन करवाते या पूजा करते देखना अति आनंददायक होता है। यह स्वप्न इस बात का संकेत होता है कि आप पर श्रीकृष्ण बेहद प्रसन्न हैं और उनकी आप पर कृपा हो रही है।
ब्रह्मवैवर्त पुराण में उल्लेख किया गया है कि सपने में भगवान शिव का दर्शन सुखदायक होता है। जिस व्यक्ति को भोलेनाथ स्वप्न में दर्शन देते हैं उसकी मनोकामना पूरी होने वाली होती है। शिवजी मुस्कुराते हुए सपने में जिसे दिखते हैं उसकी सभी संकट दूर हो जाते हैं। ऐसे व्यक्ति धन संपन्न हो जाता है। इस संदर्भ में उदित नारायण के एक चैनल को दिए इंटरव्यू का जिक्र करूंगा। उन्होंने बताया था कि जब वह फिल्मों में गाने के लिए मौके कि तलाश में थे तब उन्होंने एक रात सपने में भगवान शिव को और खुद को दूध से स्नान करते देखा था। इसके बाद उन्हें फिल्मों में गाने का मौका राजेश रोशन ने दिया था। और इसके बाद वह सफलता की बुलंदियों पर चढ़ते चले गए।
भगवान विष्णु को सपने में देखना बड़ा ही उत्तम स्वप्न होता है। स्वप्न शास्त्र में बताया गया है कि भगवान विष्णु को जो व्यक्ति स्वप्न में देखता है वह योगियों में श्रेष्ठ बनता है। ऐसा व्यक्ति भगवान विष्णु की कृपा से सद्कर्म की ओर बढ़ता है और योगी बनता है। लेकिन भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी के भी दर्शन हों तो यह घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आने का सूचक होता है।
देवी लक्ष्मी धन समृद्धि की देवी हैं। देवी लक्ष्मी का स्वप्न में दर्शन बहुत ही दुर्लभ होता है। शास्त्रों में बताया गया है कि देवी लक्ष्मी का दर्शन घर में समृद्धि के आगमन का सूचक होता है। ऐसे व्यक्ति को अचानक ही बड़ी मात्रा में धन का लाभ मिलता है।
देवी दुर्गा तमाम सिद्धियों को देने वाली देवी हैं। देवी दुर्गा विजय का भी प्रतीक हैं। जिनके सपनों में देवी दुर्गा मुस्कुराते हुए अपने तमाम अस्त्र शस्त्र लिए नजर आती हैं वह अपने विरोधियों और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है।
स्वप्न शास्त्र में बताया गया है कि देवी काली को सपने में देखना विजय सूचक होता है। अगर सपने में महाकाली दर्शन दें और अपने हाथों से स्फटिक की माला भेंट करें तो यह संकेत है कि व्यक्ति के जीवन में आपर खुशियां और समृद्धि आने वाली है। ऐसे व्यक्ति राजा के समान सुख पाता है।
रामायण में त्रिजटा का प्रसंग आया है जिसमें उसने सपने में भगवान राम को देखा था। इस स्वप्न के आधार पर यह कहा जाता है कि भगवान राम को स्वप्न में देखना बहुत ही मंगलकारी है। भगवान राम को स्वप्न में देखना इस बात का संकेत होता है कि व्यक्ति का प्रतिकूल समय समाप्त होने वाला है। व्यक्ति के जीवन में मंगल ही मंगल होने वाला है।