ऐपशहर

सुख-समृद्धि के लिए सावन में करें ये आसान से 5 उपाय, शिव परिवार की बरसेगी कृपा

सावन का महीना मनुष्य, प्रकृति और सभी जीव-जंतुओं के लिए खुशनुमा हो जाता है क्योंकि इस महीना चारों तरफ हरियाली देखने को मिलती है। सावन मास भगवान शिव का प्रिय मास है और इस मास में की गई पूजा और उपायों का तुरंत फल मिलता है।

Authored byपराग शर्मा | नवभारतटाइम्स.कॉम 22 Jul 2022, 3:38 pm
सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में इस माह का बड़ा महत्व है क्योंकि यह माह शिवजी का प्रिय महीना माना जाता है। इस माह भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा आराधना करते हैं। सावन के सभी सोमवार का व्रत रखते हैं, ऐसा माना जाता है कि सावन में सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बतााने जा रहे हैं कि सावन के महीने में ऐसे कौन से कार्य हैं, जिनको करने से आप जीवन में सुख-समृद्धि आती हैं और लक्ष्य की तरफ हमेशा अग्रसर रहते हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम sawan 2022 upay do these five things in sawan for happiness and prosperity and shiva family will get blessings
सुख-समृद्धि के लिए सावन में करें ये आसान से 5 उपाय, शिव परिवार की बरसेगी कृपा


सावन में शिव साधना से मिलेंगे मनचाहे फल

भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। माना जाता है कि अपने सच्चे भक्तों की एक पुकार से भी यह प्रसन्न हो सकते हैं। इसलिए आपने देखा होगा कि भगवान शिव के भक्तों की संख्या अन्य देवताओं के भक्तों की संख्या से अधिक है। वहीं सावन के महीने में यदि भगवान शिव साधना की जाए तो विशेष फलों की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की पूजा अराधना करने से सांसारिक और आध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति होती है। आइए अब जानते हैं कि कौन से पांच कार्य हैं, जिनको करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।

सोमवार के उपवास से मिलता है विशेष लाभ

सावन के माह में सोमवार को उपवास यानी व्रत करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मन की चंचलता दूर होती है, जिससे आपके अंदर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही ग्रह-नक्षत्रों का अशुभ प्रभाव दूर होता है और मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को सही तरीके से व्यक्त करते हैं। सावन सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है।

शिवलिंग पर दूध का अभिषेक करें

वैसे तो भगवान शिव की पूजा करने का हमेशा ही शुभ फल मिलता है लेकिन सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करना और शिवलिंग पर दूध चढ़ाना अति शुभ माना जाता है। यदि आप सावन में हर रोज शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हैं तो शिव परिवार का आशीर्वाद मिलता है। आपका मन भी मजबूत होता है क्योंकि मन का कारक ग्रह चंद्रमा है, जो भगवान शिव के सिर पर सुशोभित है। सावन में हर रोज शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होती है और मन की चंचलता दूर होती है। साथ ही आप भगवान शिव को केसर मिश्रित खीर का भोग लगाएं, ऐसा करने से नौकरी और व्यवसाय में लाभ प्राप्त होता है।

महामृत्युंजय मंत्र का जरूर करें जप

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।

सावन माह में हर रोज महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए, ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में स्वस्थ शरीर को ही संपन्नता का प्रतीक बताया गया है, आप सेहतमंद हैं तो आप जीवन में हर सफलता अर्जित कर सकते हैं। इसलिए सावन माह में प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए। इसके साथ ही इस मंत्र के जप से आपका मानसिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त होता है।

इन चीजों को भगवान शिव को करें अर्पित

भगवान शिव को भांग, धतूरा और बेलपत्र अर्पित करना बहुत शुभ माना गया है। ये चीजें सावन सोमवार के दिन शिव मंदिर में शिवलिंग को अर्पित करते हैं तो भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में कभी भी धन्य धान्य की कमी नहीं होती है और जीवन में आ रही अड़चन भी दूर होती हैं।

खान-पान का रखें सावन में ध्यान

भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए आपको सावन के महीने में अपने खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना होगा। इस माह आपको मांस-मदिरा अर्थात तामसिक भोजन के सेवन से परहेज करना चाहिए। साथ ही इस माह दूध भी नहीं पीना चाहिए क्योंकि सावन के महीने में भगवान शिव को दूध अर्पित किया जाता है। सावन में दूध न पीने के वैज्ञानिक कारण भी हैं।

लेखक के बारे में
पराग शर्मा
"पराग शर्मा धार्मिक विषयों और रेमेडियल ज्योतिष पर 7 साल से भी अधिक समय से काम कर रहे हैं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, अंक ज्योतिष, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर इन्होंने गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से यह प्रतिकूल ग्रह दशाओं और परेशानी में चल रहे लोगों को उचित सलाह देकर उन्हें संकट से निकलने में मदद करते हैं। खाली समय में राजनीतिक और धार्मिक विषयों पर अध्ययन और चिंतन करना पराग को बहुत पसंद है। शोर शराबे की बजाय एकांत में ध्यान करना भी पसंद है, इसलिए जब कभी भी पराग को खाली एकांत समय मिलता है, आत्मचिंतन करते हैं और कहानी एवं कविताएं लिखते हैं।"... और पढ़ें

अगला लेख

Astroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर