कितनी होती है रजनीगंधा के फूल से कमाई?
अगर आप एक एकड़ में रजनीगंधा के फूल की खेती करते हैं तो आपको रजनीगंधा के फूल की करीब 1 लाख स्टिक (फूल) मिलते हैं। इन्हें आप आस-पास की फूल मंडियों में बेच सकते हैं। अगर नजदीक में कोई बड़ा मंदिर, फूल की दुकानें, शादी घर आदि हों तो वहां से आपको फूल के और अच्छे दाम मिल सकते हैं। रजनीगंधा का एक फूल 1.5 से 6 रुपये तक में बिकता है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि मांग कितनी है और सप्लाई कितनी हो रही है। यानी आप 1.5 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक की कमाई सिर्फ एक एकड़ में रजनीगंधा के फूलों की खेती से ही कर सकते हैं।
कैसे करें रजनीगंधा के फूल की खेती?
इसकी खेती करने से पहले प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में 6-8 ट्रॉली गोबर की अच्छी खाद डालें। साथ ही एनपीके या डीएपी जैसे उर्वरक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी खेती आलू की तरह कंद से होती है और एक एकड़ में करीब 20 हजार कंद लगते हैं। ध्यान रहे कि हमेशा ताजे, अच्छे और बड़े कंद लगाएं, ताकि फूलों की खेती में आपको अच्छी पैदावार मिल सके।
कैसा होना चाहिए खेत?
इसे खुले खेत में लगाएं और छायादार जगह में खेती से बचें। इसकी खेती अप्रैल से सितंबर के बीच की जा सकती है। इसकी खेती दोमट मिट्टी में करें, जो उपजाऊ हो। साथ ही खेत में सिंचाई की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। रजनीगंधा के लिए ठंड में 8-10 दिन और गर्मी में 20-30 दिन में एक बार सिंचाई जरूरी होती है। पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में इसकी व्यावसायिक खेती खूब होती है।
इस खेती के हैं कई फायदे
रजनीगंधा के फूल की खेती का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसे एक बार लगाने के बाद करीब 3 साल तक इससे फूल लिए जा सकते हैं। यानी आपको हर साल या हर सीजन में बुवाई नहीं करनी है, बल्कि एक बार बुवाई कर के बार-बार फूल तोड़ने हैं। इसकी खेती में एक बड़ा फायदा ये भी है कि इसमें कोई बड़ी बीमारी या कीड़े नहीं लगते हैं। पूरे साल इसके फूल की मांग बनी रहती है। फूल के बुके, शादी, मंदिर, सेहरे आदि में इसका खूब इस्तेमाल होता है। इससे तेल और सेंट भी बनाया जाता है।