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बच्चों को दे रहे हैं क्रेडिट कार्ड, ठहरिए! पहले बताएं ये 5 जरूरी बातें

लोग कहते हैं कि क्रेडिट कार्ड (Credit Card) एक ऐसी ताकत है, जिसके साथ जिम्मेदारी भी मिलती है। यह बात बेवजह ही नहीं कहा जाता है। क्रेडिट कार्ड को गलत तरीके से मैनेज करने पर फाइनेंसियल मुसीबत (Financial Problem) का सामना करना पड़ सकता है। आम चलन है कि माता-पिता या कोई अन्य रिश्तेदार बच्चों को क्रेडिट कार्ड थमा देते हैं। लेकिन उन्हें क्रेडिट कार्ड देने से पहले कुछ उपयोगी बातें बताना जरूरी है।

Authored byशिशिर चौरसिया | नवभारतटाइम्स.कॉम 27 Nov 2021, 10:30 am
इन दिनों क्रेडिट कार्ड पर कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। जैसे - अभी खरीदें, बाद में पेमेंट करें। इस सुविधा के साथ तरह-तरह के आकर्षक लाभ जैसे कैश बैक और गिफ्ट पॉइंट्स मिलने के कारण क्रेडिट कार्ड्स एक बहुत ही लोकप्रिय पेमेंट टूल बन गया है। इन कार्ड्स की मदद से नौजवानों को तो कुछ खास ही फाइनेंसियल फ्रीडम (Financial Freedom) का अहसास हो रहा है। लेकिन, इससे पहले कि आपके बच्चे एक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू करें, उन्हें कुछ जरूरी बातों की जानकारी दे देना ठीक रहेगा।
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बच्चों को दे रहे हैं क्रेडिट कार्ड, ठहरिए! पहले बताएं ये 5 जरूरी बातें



इन्हें मिलेगा ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को गलत तरीके से मैनेज करने पर फाइनेंसियल मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए 18 साल से कम उम्र के लोगों को क्रेडिट कार्ड नहीं जारी किया जाता है। ऐसे में एक माता/पिता और एक प्राइमरी क्रेडिट कार्ड धारक होने के नाते, आप उन्हें चाहें तो एक ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड (Add on Card) दे सकते हैं। हालांकि, इसमें भी कई बैंक एक न्यूनतम उम्र सीमा की शर्त लगाते हैं।

क्रेडिट लिमिट

ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड्स के साथ प्राइमरी क्रेडिट कार्ड का क्रेडिट लिमिट शेयर होता है। अपने बच्चों को बताएं कि क्रेडिट लिमिट क्या है और कार्ड्स (यानी, प्राइमरी और ऐड-ऑन कार्ड्स दोनों) से होने वाला खर्च, क्रेडिट लिमिट के भीतर क्यों होना चाहिए। असल में, आपका कम्बाइंड मंथली कार्ड बिल आपके क्रेडिट लिमिट के 30 फीसदी से ज्यादा न हो तो सबसे अच्छा होता है। क्योंकि, इससे क्रेडिट उपयोग अनुपात (CUR) को कम बनाए रखने में मदद मिलती है जो प्राइमरी कार्ड धारक के क्रेडिट स्कोर के लिए काफी अच्छा साबित होता है। उन्हें बताएं कि उन्हें एक मंथली खर्च लिमिट सेट करना चाहिए और उस लिमिट से बाहर कभी खर्च नहीं करना चाहिए। आप भी अपने ऐड-ऑन कार्ड्स पर खर्च लिमिट सेट कर सकते हैं। इससे आपको अपने बच्चों के अन्दर फाइनेंसियल डिसिप्लिन की आदत डालने और जरूरत से ज्यादा खर्च से बचने में मदद मिलेगी जिससे इस शानदार टूल का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने में आसानी होगी।

Credit-card-statement

अपने बच्चों को बताएं कि एक क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को कैसे पढ़ना चाहिए। इससे उन्हें साफ़ तौर पर समझ में आ सकेगा कि बिल जनरेशन डेट और ड्यू डेट क्या है। यह जानने पर उन्हें बिल का पेमेंट करने में आसानी होगी। इसके अलावा, उन्हें यह भी बताएं कि एडिशनल इंटरेस्ट चार्ज और लेट पेमेंट पेनाल्टी से बचने के लिए कार्ड ड्यू का पेमेंट, ड्यू डेट (यानी इंटरेस्ट फ्री पीरियड के भीतर) से पहले करना जरूरी क्यों है। उन्हें बताएं कि उन्हें मिनिमम अमाउंट ड्यू को लेकर कभी उलझन में क्यों नहीं पड़ना चाहिए जो कि टोटल आउटस्टैंडिंग बिल अमाउंट का एक हिस्सा होता है। सिर्फ मिनिमम अमाउंट ड्यू का पेमेंट करने से सिर्फ कार्ड अकाउंट को एक्टिव रखने और लेट पेमेंट फीस से बचने में मदद मिलती है। इससे बैंक को आउटस्टैंडिंग बैलेंस पर इंटरेस्ट चार्ज लगाने से रोकने में कोई मदद नहीं मिलती है।

कार्ड की सुरक्षा

चाहे वह एक प्राइमरी क्रेडिट कार्ड हो या एक ऐड-ऑन कार्ड, दोनों को बड़ी सावधानी के साथ हैंडल करना जरूरी है। इसकी सुरक्षा पर ध्यान न देने से क्रेडिट कार्ड में मौजूद पूरा पैसा हाथ से निकल सकता है। इसलिए, अपने बच्चे को क्रेडिट कार्ड की सुरक्षा के महत्व के बारे में समझाएं और उन्हें बताएं कि इसका सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल कैसे करना चाहिए। उन्हें कार्ड पिन को सुरक्षित रखने, CVV नंबर की गोपनीयता को बनाए रखने, नियमित रूप से पिन को अपडेट करने, ऑनलाइन अकाउंट्स को सुरक्षित रखने, इत्यादि का तरीका बताएं। इसके अलावा, अपने बच्चे को उन सभी तरीकों के बारे में भी बताएं जिन सभी तरीकों से क्रेडिट कार्ड धारकों को धोखा दिया जाता है, जैसे कार्ड क्लोनिंग, स्कीमिंग, इत्यादि के माध्यम से। इस तरह की जानकारी की मदद से आपके बच्चों को जिम्मेदारी के साथ कार्ड का इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी।

समय पर रीपेमेंट

इस बात पर फिर से जोर देना जरूरी है कि समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट न करने से बहुत ज्यादा इंटरेस्ट चार्ज और लेट पेनाल्टी लगने के साथ-साथ उपयोगकर्ता के क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान पहुंच सकता है। चूंकि कार्ड अकाउंट से जुड़े सभी पेमेंट्स (यानी ऐड-ऑन कार्ड उपयोगकर्ता द्वारा की गई खरीदारी सहित) की जिम्मेदारी प्राइमरी कार्ड धारक की होती है, इसलिए अपने बच्चे को पेमेंट प्रोसेस, पेनाल्टी फीस और कार्ड ड्यू का पेमेंट न करने पर या देर से पेमेंट करने पर सामने आने वाले अन्य परिणामों के बारे में बताना जरूरी है। मंथली पेमेंट करने से पहले, अपने बच्चों के खर्च करने के पैटर्न पर नजर रखने के लिए ऐड-ऑन कार्ड उपयोगकर्ता के साथ स्टेटमेंट में दिए गए लेनदेनों की जांच और मिलान करें।

क्रेडिट कार्ड से कब कैश निकालें

यदि एक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल, ATM से कैश निकालने के लिए किया जाता है तो कार्ड कंपनियां, उस पर बहुत ज्यादा इंटरेस्ट रेट चार्ज करती हैं। कैश निकालने की सुविधा, ऐड-ऑन कार्ड्स पर भी दी जाती है, इसलिए इससे पहले कि आपका बच्चा, कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू करे, आपको उसे कैश निकालने से जुड़े इस तरह के चार्ज के बारे में जरूर बताना चाहिए। इसके अलावा, इस पर कैश निकालने के दिन से ही इंटरेस्ट लगना शुरू हो जाता है क्योंकि अन्य कार्ड खरीदारी और लेन—देन की तरह कैश निकालने पर कोई इंटरेस्ट फ्री पीरियड नहीं मिलता है। उन्हें बताएं कि उन्हें इस सुविधा का इस्तेमाल, किसी फाइनेंसियल इमरजेंसी के दौरान कैश का इंतजाम करने के आखिरी उपाय के रूप में ही करना चाहिए।

लेखक के बारे में
शिशिर चौरसिया
शिशिर कुमार चौरसिया इस समय NBT.in के साथ बिजनेस एडिटर के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें वित्तीय पत्रकारिता में 24 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले, उन्होंने अमर उजाला, दैनिक भास्कर, यूनीवार्ता और राजस्थान पत्रिका के लिए केंद्रीय सरकार के मंत्रालयों को कवर किया। वह दिव्य हिमाचल, धर्मशाला और पंचकुला (हरियाणा) में भी काम कर चुके हैं।... और पढ़ें

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