नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 89% शराब पीने वालों का कहना है कि यदि राज्य सरकार द्वारा शराब ऑनलाइन चैनल पर उपलब्ध कराई जाती है तो वे ऑनलाइन चैनल से शराब खरीद लेंगे। यह बात YouGov के एक सर्वे से सामने आई है। YouGov एक अंतरराष्ट्रीय शोध और डेटा विश्लेषण समूह है। YouGov ने उत्तर प्रदेश राज्य में ई-कॉमर्स चैनल के माध्यम से अल्कोहल पेय पदार्थों की उपलब्धता के प्रति उपभोक्ताओं की भावना और रुचि को समझने के लिए सर्वेक्षण किया। व्यापक सर्वेक्षण को देश के पांच राज्यों हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के उपभोक्ताओं से लगभग 2,000 प्रतिक्रियाएं मिलीं। उत्तर प्रदेश के 56% उत्तरदाताओं ने अपने पसंदीदा अल्कोहल पेय ऑनलाइन खरीदने के लिए एक मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई। यूपी के इस 56 फीसदी में से लगभग 89% का कहना है कि यदि राज्य सरकार द्वारा शराब ऑनलाइन चैनल पर उपलब्ध कराई जाती है तो वे ऑनलाइन चैनल से शराब खरीद लेंगे।
लोग क्यों नहीं जाना चाह रहे शराब की दुकानों पर
सर्वेक्षण के निष्कर्षों से यह पता चला कि उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं को पारंपरिक दुकानों से अल्कोहल पेय खरीदते समय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सर्वेक्षण से पता चला कि सुरक्षा मुद्दों, तंग/भीड़ वाली दुकानों, और समय की कमी, प्रयास की कमी, और विविधता की कमी की वजह से लोग पारंपरिक दुकानों से बचना चाह रहे हैं। पारंपरिक दुकानों पर किसी भी छूट/प्रमोशनल ऑफर की अनुपलब्धता लोगों की चिंता का कारण है और उत्तर प्रदेश में ज्यादातर उपभोक्ता छूट/प्रमोशनल ऑफर चाहते हैं। यह अल्कोहल पेय खरीदने का टॉप फैक्टर बन गया है और इसी वजह से आधे से अधिक उत्तरदाताओं ने अल्कोहल पेय खरीदने के लिए ऑनलाइन चैनल पर स्विच करने की इच्छा जाहिर की है। 66% उत्तरदाताओं का यह भी मानना है कि ई-कॉमर्स उन्हें प्रीमियम अल्कोहल पेय खरीदने के अधिक विकल्प देगा।
किन राज्यों ने शराब के ई-कॉमर्स मॉडल को अपनाया
डेटा इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि राज्य में AlcoBev क्षेत्र में ई-कॉमर्स के विकास को
बढ़ावा देने की क्षमता है। इसी सफलता के आधार पर अन्य राज्य भी शराब की खरीद के होम डिलीवरी मॉडल को अपना सकते हैं। महामारी की वजह से रुझानों में परिवर्तन आए हैं एवं इनसे कमर्शियल फायदा लेने के लिए झारखंड पिछले साल शराब के ई-कॉमर्स मॉडल को अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया। इसके बाद ओडिशा और पश्चिम बंगाल ने भी इस मॉडल को अपनाया।
यह भी पढ़ें:देश में सेमीकंडक्टर की कमी कैसे होगी दूर! सरकार कर रही यह काम
सर्वेक्षण के निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि भारतीय उपभोक्ता और अल्कोहल पेय उद्योग चाहते हैं कि नीति निर्माता उन्हें एक अच्छा इकोसिस्टम दें, जिससे कि अंतरराष्ट्रीय बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाकर एक क्रांतिकारी बदलाव के माध्यम से ई-कॉमर्स की ओर कदम बढ़ाया जा सके। वैश्विक स्तर पर भी, महामारी ने शराब के लिए ई-कॉमर्स चैनल की वैल्यू को बढ़ाया है। उत्तरदाताओं में से 70% पुरुष थे, जबकि 30% उत्तरदाता महिलाएं थीं। YouGov के 200,000 ऑनलाइन भारतीय पैनलिस्टों में सभी प्रतिभागी मान्य नागरिक हैं, जिन्हें इस सर्वेक्षण में भाग लेने के लिए YouGov के साथ पंजीकृत होना था।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 89% शराब पीने वालों का कहना है कि यदि राज्य सरकार द्वारा शराब ऑनलाइन चैनल पर उपलब्ध कराई जाती है तो वे ऑनलाइन चैनल से शराब खरीद लेंगे। यह बात YouGov के एक सर्वे से सामने आई है। YouGov एक अंतरराष्ट्रीय शोध और डेटा विश्लेषण समूह है। YouGov ने उत्तर प्रदेश राज्य में ई-कॉमर्स चैनल के माध्यम से अल्कोहल पेय पदार्थों की उपलब्धता के प्रति उपभोक्ताओं की भावना और रुचि को समझने के लिए सर्वेक्षण किया।
लोग क्यों नहीं जाना चाह रहे शराब की दुकानों पर
सर्वेक्षण के निष्कर्षों से यह पता चला कि उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं को पारंपरिक दुकानों से अल्कोहल पेय खरीदते समय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सर्वेक्षण से पता चला कि सुरक्षा मुद्दों, तंग/भीड़ वाली दुकानों, और समय की कमी, प्रयास की कमी, और विविधता की कमी की वजह से लोग पारंपरिक दुकानों से बचना चाह रहे हैं। पारंपरिक दुकानों पर किसी भी छूट/प्रमोशनल ऑफर की अनुपलब्धता लोगों की चिंता का कारण है और उत्तर प्रदेश में ज्यादातर उपभोक्ता छूट/प्रमोशनल ऑफर चाहते हैं। यह अल्कोहल पेय खरीदने का टॉप फैक्टर बन गया है और इसी वजह से आधे से अधिक उत्तरदाताओं ने अल्कोहल पेय खरीदने के लिए ऑनलाइन चैनल पर स्विच करने की इच्छा जाहिर की है। 66% उत्तरदाताओं का यह भी मानना है कि ई-कॉमर्स उन्हें प्रीमियम अल्कोहल पेय खरीदने के अधिक विकल्प देगा।
किन राज्यों ने शराब के ई-कॉमर्स मॉडल को अपनाया
डेटा इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि राज्य में AlcoBev क्षेत्र में ई-कॉमर्स के विकास को
बढ़ावा देने की क्षमता है। इसी सफलता के आधार पर अन्य राज्य भी शराब की खरीद के होम डिलीवरी मॉडल को अपना सकते हैं। महामारी की वजह से रुझानों में परिवर्तन आए हैं एवं इनसे कमर्शियल फायदा लेने के लिए झारखंड पिछले साल शराब के ई-कॉमर्स मॉडल को अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया। इसके बाद ओडिशा और पश्चिम बंगाल ने भी इस मॉडल को अपनाया।
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सर्वेक्षण के निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि भारतीय उपभोक्ता और अल्कोहल पेय उद्योग चाहते हैं कि नीति निर्माता उन्हें एक अच्छा इकोसिस्टम दें, जिससे कि अंतरराष्ट्रीय बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाकर एक क्रांतिकारी बदलाव के माध्यम से ई-कॉमर्स की ओर कदम बढ़ाया जा सके। वैश्विक स्तर पर भी, महामारी ने शराब के लिए ई-कॉमर्स चैनल की वैल्यू को बढ़ाया है। उत्तरदाताओं में से 70% पुरुष थे, जबकि 30% उत्तरदाता महिलाएं थीं। YouGov के 200,000 ऑनलाइन भारतीय पैनलिस्टों में सभी प्रतिभागी मान्य नागरिक हैं, जिन्हें इस सर्वेक्षण में भाग लेने के लिए YouGov के साथ पंजीकृत होना था।