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Adani Group: क्या अब मेहरबान होंगे इनवेस्टर्स! अडानी ग्रुप ने एक झटके में चुकाया 1,500 करोड़ का कर्ज

अडानी ग्रुप निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से पिछले करीब एक महीने से ग्रुप के शेयरों में काफी गिरावट आई है। इसे देखते हुए ग्रुप ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब वह आक्रामक विस्तार करने के बजाय कर्ज कम करने पर काम कर रहा है।

Curated byदिल प्रकाश | नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Feb 2023, 9:42 pm
नई दिल्ली: मुसीबत में घिरे अडानी ग्रुप (Adani Group) ने निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए अपना कर्ज कम करना शुरू कर दिया है। गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुवाई वाले इस ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (APSEZ) ने 1,500 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है। साथ ही कंपनी ने और कर्ज चुकाने का वादा किया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इसके बाद से ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। ग्रुप का मार्केट कैप 135 अरब डॉलर कम हो गया है। ग्रुप का जोर अब आक्रामक तरीके से विस्तार करने के बजाय फाइनेंशियल पोजीशन को दुरुस्त करने पर है।
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ग्रुप के इस कदम को निवेशकों का भरोसा कायम करने की नजर से देखा जा रहा है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि एपीएसईजेड ने एसबीआई म्यूचुअल फंड के बकाया 1,500 करोड़ रुपये सोमवार को चुका दिए और मार्च में भी कंपनी भुगतान योजना के मुताबिक 1,000 करोड़ रुपये चुकाएगी। प्रवक्ता ने बताया, यह भुगतान मौजूदा नकदी और कारोबारी परिचालन से मिली राशि से किया गया है।’ अडानी ग्रुप कर्ज चुकाकर निवेशकों और कर्जदाताओं का विश्वास बहाल करने की उम्मीद कर रहा है। अडानी ग्रुप का कुल कर्ज सितंबर, 2022 में 2.26 लाख करोड़ रुपये था और उसके पास नकदी 31,646 करोड़ रुपये थी।

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कैसे उतरेगा कर्ज


APSEZ ने आठ फरवरी को कहा था कि वह अप्रैल से शुरू हो रहे फाइनेंशियल ईयर में 5,000 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान करेगा और ग्रुप अगले महीने 50 करोड़ रुपये के ब्रिज लोन का भुगतान करेगा। इसी महीने फ्रांस की कंपनी TotalEnergies ने कहा था कि वह अडानी ग्रुप के ग्रीन हाइड्रोजन प्लान में निवेश करने से पहवले इंडिपेंडेंट ऑडिट का इंतजार करेगी। Bernstein Research के मुताबिक Adani Green मार्च 2025 तक अपना 22,000 करोड़ रुपये का कर्ज उतारने की स्थिति में है लेकिन इसके लिए अपने एसेट्स बेचने होंगे, मौजूदा निवेशकों से फ्रेश पूंजी जुटानी होगी, कुछ योजनाओं को छोड़ना होगा और नए प्रोजेक्ट्स से परहेज करना होगा।
लेखक के बारे में
दिल प्रकाश
दिल प्रकाश नवभारतटाइम्स.कॉम में असिस्टेंट न्यूज एडिटर हैं। उन्हें पत्रकारिता में 17 साल से अधिक अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत साल 2006 में यूनीवार्ता से की थी। शुरुआत में खेल डेस्क के लिए काम किया। इस दौरान राष्ट्रमंडल खेल (2010), हॉकी वर्ल्ड कप, आईपीएल और वनडे वर्ल्ड कप (2011) को कवर किया। फिर नेशनल ब्यूरो से जुड़े और पार्लियामेंट से लेकर राजनीति, डिफेंस और पर्यावरण जैसे कई विषयों पर रिपोर्टिंग की। इस दौरान तीन साल तक बीबीसी में भी आउटसाइड कंट्रीब्यूटर रहे। यूनीवार्ता में दस साल तक काम करने के बाद साल 2016 में बिजनस स्टैंडर्ड से जुड़े। फरवरी 2020 में ऑनलाइन का रुख किया।... और पढ़ें

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