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Cairn Issue: एयर इंडिया के पास अपना विमान जब्त होने से बचाने के लिए है बस इतना समय

ब्रिटेन की तेल कंपनी केयर्न एनर्जी (Cairn Energy) ने भारत सरकार से 1.2 अरब डॉलर की रकम वसूलने के लिए एयर इंडिया (Air India) को अमेरिका की कोर्ट में घसीटा है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Jun 2021, 1:45 pm
केयर्न एनर्जी (Cairn Energy) ने भारत सरकार से 1.2 अरब डॉलर वसूलने के लिए एयर इंडिया (Air India) के विमान पर कब्जा करने की रणनीति बनाई है। सरकार का मानना है कि केयर्न एनर्जी (Cairn Energy) दबाव की रणनीति अपना रही है।
नवभारतटाइम्स.कॉम air india has time till mid july to challenge cairn lawsuit
Cairn Issue: एयर इंडिया के पास अपना विमान जब्त होने से बचाने के लिए है बस इतना समय


एयर इंडिया के पास समय

भारत की नेशनल करियर एयर इंडिया (Air India) के पास ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी (cairn energy) पीएलसी द्वारा दायर मामले को चुनौती देने के लिए जुलाई मध्य तक का समय है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। केयर्न एनर्जी ने अमेरिका की संघीय अदालत में मुकदमा दायर कर इंडियन एयरलाइंस Air India को यह निर्देश देने की अपील की है कि वह भारत सरकार के खिलाफ जीते गए पंचाट मामले में 1.26 अरब डॉलर की रकम का भुगतान करे।

केयर्न एनर्जी का दावा

केयर्न एनर्जी (Cairn Energy) ने न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की अमेरिकी जिला अदालत में दायर मामले में कहा है कि एयर इंडिया (Air India) पर भारत सरकार का नियंत्रण है। ऐसे में अदालत को पंचाट के फैसले को पूरा करने का दायित्व एयरलाइन कंपनी Air India पर डालना चाहिए। तीन सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय पंचाट न्यायाधिकरण ने दिसंबर में एकमत से केयर्न (Cairn Energy) पर पिछली तारीख से लगाए गए टैक्स को खारिज कर दिया था ।

केयर्न एनर्जी की नजर AI पर

भारत सरकार ने चार साल के दौरान पंचाट प्रक्रिया में हिस्सा लिया था लेकिन उसने इस फैसले को मानने से इनकार करते हुए नीदरलैंड की अदालत में इसे खारिज करने की याचिका दायर की है। केयर्न (Cairn energy) ने कहा है कि वह इस फैसले के तहत एयर इंडिया (Air India) जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों से वसूली करेगी। वहीं भारत सरकार ने कहा है कि वह Cairn energy के इस तरह के किसी भी कदम का विरोध करेगी।

केयर्न बना रही है दवाब

अमेरिकी अदालत ने भारत सरकार को कंपनी के बेचे गए शेयर, जब्त लाभांश और कर रिफंड को वापस करने को कहा था। इस न्यायाधिकरण में भारत की ओर नियुक्त जज भी शामिल थे। DIPAM के एक अधिकारी ने कहा कि Cairn Energy Controversy का एयर इंडिया के निजीकरण (Air India Privatisation) पर कोई असर पड़ने की आशंका नहीं है। भारत सरकार का मानना है कि केयर्न एनर्जी (Cairn Energy) दबाव की रणनीति अपना रही है। कंपनी चाहती है कि सरकार आर्बिट्रेशन पैनल के खिलाफ दायर याचिका वापस ले ले।

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