नई दिल्ली
आज किसानों की तरफ से भारत बंद (Bharat Bandh) का ऐलान किया गया है। तमाम राजनीतिक पार्टियों और अलग-अलग संगठनों ने भारत बंद का समर्थन किया है। बैंक कर्मचारी संगठनों ने किसानों के 'भारत बंद' में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने नए कृषि कानूनों (Agriculture Acts) के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmers protest) का समर्थन किया है।
सभी बैंक खुले रहेंगे
बैंक संगठनों (Bank Unions) के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि भारत बंद के बावजूद आज तमाम बैंक खुले रहेंगे। इससे पहले 26 नवंबर को 10 ट्रेड यूनियन (Trade Unions) की तरफ से भारत बंद किया गया था। उस बंद में देश के 25 करोड़ श्रमिक शामिल हुए थे। उस भारत बंद का बैंक संगठनों ने समर्थन भी किया था, जिसके कारण कामकाज पर असर दिखाई दिया था। हालांकि आज बैंकों के कामकाज सुचारू रूप से जारी रहेंगे। बंद के कारण बैंक पहुंचने में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
ESIC लाभार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब निजी अस्पताल में भी हो सकता है इलाज
आंदोलन का समर्थन
पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि संगठन किसानों के आंदोलन का समर्थन करता है लेकिन वह उनके बंद में शामिल नहीं होगा।
हड़ताल पर नहीं जाएंगे बैंक कर्मचारी
इसी तरह अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा कि संगठन हड़ताल पर नहीं जाएगा लेकिन वह किसानों के विरोध का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि किसानों को समर्थन देने के लिए उसके सदस्य मंगलवार को काम पर कालपट्टी बांध कर जाएंगे। वहीं बैंकों में कामकाज शुरू होने से पहले और बाद में किसानों के समर्थन में तख्तियां लेकर प्रदर्शन भी करेंगे।
बड़े पैमाने पर समर्थन
किसानों की तरफ से आयोजित भारत बंद को बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है। 10 ट्रेड यूनियन ने बंद का समर्थन किया है। ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन, टैक्सी-बस यूनियन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। ट्रक यूनियन ने तो यहां तक कहा था कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वह 8 दिसंबर से चक्का जाम की शुरुआत करेगा।
यहां ज्यादा असर
भारत बंद का सबसे ज्यादा असर 11 राज्यों में दिख सकता है। इन राज्यों की सरकारों ने इस बंद का समर्थन किया है। इन राज्यों में पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, आंध्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड, दिल्ली शामिल हैं।
आज किसानों की तरफ से भारत बंद (Bharat Bandh) का ऐलान किया गया है। तमाम राजनीतिक पार्टियों और अलग-अलग संगठनों ने भारत बंद का समर्थन किया है। बैंक कर्मचारी संगठनों ने किसानों के 'भारत बंद' में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने नए कृषि कानूनों (Agriculture Acts) के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmers protest) का समर्थन किया है।
सभी बैंक खुले रहेंगे
बैंक संगठनों (Bank Unions) के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि भारत बंद के बावजूद आज तमाम बैंक खुले रहेंगे। इससे पहले 26 नवंबर को 10 ट्रेड यूनियन (Trade Unions) की तरफ से भारत बंद किया गया था। उस बंद में देश के 25 करोड़ श्रमिक शामिल हुए थे। उस भारत बंद का बैंक संगठनों ने समर्थन भी किया था, जिसके कारण कामकाज पर असर दिखाई दिया था। हालांकि आज बैंकों के कामकाज सुचारू रूप से जारी रहेंगे। बंद के कारण बैंक पहुंचने में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
ESIC लाभार्थियों के लिए बड़ी खबर, अब निजी अस्पताल में भी हो सकता है इलाज
आंदोलन का समर्थन
पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि संगठन किसानों के आंदोलन का समर्थन करता है लेकिन वह उनके बंद में शामिल नहीं होगा।
हड़ताल पर नहीं जाएंगे बैंक कर्मचारी
इसी तरह अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा कि संगठन हड़ताल पर नहीं जाएगा लेकिन वह किसानों के विरोध का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि किसानों को समर्थन देने के लिए उसके सदस्य मंगलवार को काम पर कालपट्टी बांध कर जाएंगे। वहीं बैंकों में कामकाज शुरू होने से पहले और बाद में किसानों के समर्थन में तख्तियां लेकर प्रदर्शन भी करेंगे।
बड़े पैमाने पर समर्थन
किसानों की तरफ से आयोजित भारत बंद को बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है। 10 ट्रेड यूनियन ने बंद का समर्थन किया है। ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन, टैक्सी-बस यूनियन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। ट्रक यूनियन ने तो यहां तक कहा था कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वह 8 दिसंबर से चक्का जाम की शुरुआत करेगा।
यहां ज्यादा असर
भारत बंद का सबसे ज्यादा असर 11 राज्यों में दिख सकता है। इन राज्यों की सरकारों ने इस बंद का समर्थन किया है। इन राज्यों में पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, आंध्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड, दिल्ली शामिल हैं।