इंदौर, चार जनवरी (भाषा) माल और सेवा कर (जीएसटी) की कथित विसंगतियों का हवाला देते हुए औद्यागिक जगत के एक संगठन ने शुक्रवार को सरकार से मांग की कि ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड, दोनों तरह के नमकीन उत्पादों पर पांच प्रतिशत की समान दर से जीएसटी वसूला जाये। फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्युफैक्चरर्स के कोषाध्यक्ष फिरोज एच. नकवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "ब्रांडेड और गैर- ब्रांडेड मिठाइयों पर पांच प्रतिशत की समान दर से जीएसटी लगता है। लेकिन नमकीन उत्पादों के मामले में ऐसा नहीं है। गैर-ब्रांडेड नमकीन पर पांच प्रतिशत, जबकि ब्रांडेड नमकीन पर 12 फीसद की दर से जीएसटी वसूला जाता है।" उन्होंने बताया, "गैर ब्रांडेड और ब्रांडेड नमकीन पर जीएसटी की विसंगतिपूर्ण दरों से उत्पादकों और कारोबारियों के लिये जटिलताएं और अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। इस वजह से संगठित उद्योग के कुछ बड़े खिलाड़ियों ने गैर-ब्रांडेड नमकीन का उत्पादन शुरू कर दिया है।" नकवी ने यह भी बताया कि इंदौर में नौ और 10 जनवरी को विश्व मिठाई और नमकीन अधिवेशन आयोजित किया जायेगा। इसमें मेजबान भारत के साथ अमेरिका, जर्मनी, तुर्की, चीन आदि देशों के करीब 3,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे। दो दिवसीय कार्यक्रम में मिठाई और नमकीन उद्योग की वैश्विक चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की जायेगी।
हर तरह के नमकीन पर पांच प्रतिशत की समान दर से जीएसटी वसूलने की मांग: संगठन
इंदौर, चार जनवरी (भाषा) माल और सेवा कर (जीएसटी) की कथित विसंगतियों का हवाला देते हुए औद्यागिक जगत के एक संगठन ने शुक्रवार को सरकार से मांग की कि ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड, दोनों तरह के नमकीन उत्पादों पर पांच प्रतिशत की समान दर से जीएसटी वसूला जाये। फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्युफैक्चरर्स के कोषाध्यक्ष फिरोज एच. नकवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "ब्रांडेड और गैर- ब्रांडेड मिठाइयों पर पांच प्रतिशत की समान दर से जीएसटी लगता है। लेकिन नमकीन उत्पादों के मामले में ऐसा नहीं है। गैर-ब्रांडेड नमकीन पर पांच प्रतिशत, जबकि ब्रांडेड नमकीन पर 12 फीसद की
भाषा 4 Jan 2019, 4:57 pm