अपनी दिक्कतों के लिए जियो खुद जिम्मेदार: एयरटेल
[ ईटी ब्यूरो | कोलकाता ]भारती एयरटेल-रिलायंस जियो इंफोकॉम के बीच तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एयरटेल ने जियो के नेटवर्क में गड़बड़ी के ...
[ ईटी ब्यूरो | कोलकाता ]
भारती एयरटेल-रिलायंस जियो इंफोकॉम के बीच तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एयरटेल ने जियो के नेटवर्क में गड़बड़ी के लिए नए ऑपरेटर की तैयारी में कमी और प्री-लॉन्च के दौरान काफी ज्यादा कस्टमर्स जोड़ लेने की हरकत को जिम्मेदार बताया है।
देश की टॉप टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने जियो को 26 सितंबर को लिखी चिट्ठी में कहा है कि क्षमता बढ़ाने और इंटरकनेक्ट की दिक्कत दूर करने की तमाम कोशिशों के बावजूद 3,048 में से सिर्फ 2,484 E1 (इंटरकनेक्ट प्वाइंट्स) लाइव थे और इसमें दिक्कत की वजह जियो का ठीक से काम नहीं करना है।
एयरटेल के मुताबिक, जियो की तरफ से एक्सेपेटेंस टेस्टिंग, ट्रांसमिशन मीडिया और इससे जुड़ी अन्य चिंताओं का जिक्र किए जाने से क्षमता बढ़ाने के काम में और देरी हुई। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम को इंटरकनेक्ट प्वाइंट्स मुहैया कराने को लेकर जियो और देश की बड़ी तीन टेलीकॉम कंपनियों- एयरटेल, वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के बीच विवाद चल रहा है। यह चिट्ठी भी इस विवाद के मद्देनजर लिखी गई है।
एयरटेल ने अक्षम इंटरकनेक्ट प्वाइंट्स के चलते कॉल की दिक्कत के जियो के आरोप को खारिज कर दिया है। इसके बजाय कंपनी ने इस परेशानी के लिए जियो द्वारा कमर्शियल लॉन्च से पहले बड़ी संख्या में ग्राहक बनाए जाने को जिम्मेदार ठहराया है।
एयरटेल ने जियो के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे कॉस्ट से कम कॉल टर्मिनेशन चार्ज की मौजूदा रिजीम में काफी फाइनेंशियल नुकसान हो रहा है। कॉल टर्मिनेशन चार्ज का भुगतान उस टेलीकॉम कंपनी को करना पड़ता है, जिसके नेटवर्क पर कॉल की शुरुआत होती है।
आइडिया सेल्युलर ने भी जियो के ट्रैफिक की अनियमितताओं को लेकर शिकायत की थी। कंपनी का कहना है कि टर्मिनेशनल की वास्तविक कॉस्ट इंटरकनेक्ट सेटलमेंट के मौजूदा चार्ज 14 पैसे प्रति मिनट से काफी ज्यादा है, लिहाजा उसकी कॉस्ट भी बढ़ रही है।
एयरटेल के मुताबिक, जियो के नेटवर्क से शुरू हा रहा 89 फीसदी ट्रैफिक उसके नेटवर्क पर खत्म हुआ, जिससे उसे फाइनेंशियल नुकसान हुआ। एयरटेल ने इस समस्या को दूर नहीं करने के लिए भी जियो पर निशाना साधा है।
जियो के खिलाफ एयरटेल ने ऐसे वक्त में यह आरोप लगाया है, जब टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई जियो के प्राइसिंग और अनियमित ट्रैफिक से जुड़ी शिकायतों को खारिज कर चुका है। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा का कहना था कि ट्रैफिक में अनियमितताओं को शिकायत पहले से थी और इसी वजह से टर्मिनेशन चार्ज का सिस्टम है।