चंडीगढ़, 19 नवंबर (भाषा) कोरोना वायरस संकट के बावजूद हरियाणा में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) और आबकारी से होने वाली आय सालाना आधार पर बढ़ी है। राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बृहस्पतिवार को इस संबंध में आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर महीने में राज्य का जीएसटी संग्रह बढ़कर 2,563 करोड़ रुपये है। जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 1,543 करोड़ रुपये था। यह जीएसटी संग्रह में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का उछाल है। अप्रैल 2020 के दौरान राज्य का जीएसटी संग्रह मात्र 237 करोड़ रुपये रह गया था। यह अप्रैल 2019 में 1,499.98 करोड. रुपये था। इसी तरह राज्य का आबकारी कर संग्रह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 570 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल यह इसी अवधि में 402 करोड़ रुपये था। इसके अलावा इसी अवधि में राज्य सरकार ने ‘कोविड उपकर’ के तौर पर 195 करोड़ रुपये भी संग्रह किए हैं। चौटाला ने कहा कि इस साल राज्य में धान की पैदावार सालाना आधार पर 8.5 लाख टन कम रही। इसकी वजह किसानों का फसलों का विविधीकरण करना है। वहीं पड़ोसी राज्यों से राज्य में धान की अवैध खरीद करने वालों पर सरकार की नजर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बुधवार तक 200 खाद्यान्न मंडियों से 55 लाख टन धान की खरीद की है।
हरियाणा में कोविड-19 के बावजूद जीएसटी, आबकारी कर संग्रह में बढ़त
चंडीगढ़, 19 नवंबर (भाषा) कोरोना वायरस संकट के बावजूद हरियाणा में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) और आबकारी से होने वाली आय सालाना आधार पर बढ़ी है। राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बृहस्पतिवार को इस संबंध में आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर महीने में राज्य का जीएसटी संग्रह बढ़कर 2,563 करोड़ रुपये है। जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 1,543 करोड़ रुपये था। यह जीएसटी संग्रह में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का उछाल है। अप्रैल 2020 के दौरान राज्य का जीएसटी संग्रह मात्र 237 करोड़ रुपये रह गया था। यह अप्रैल 2019 में 1,499.98 करोड.
भाषा 19 Nov 2020, 11:07 pm