नई दिल्ली
हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने आज पेट्रोलियम मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में उनके शानदार काम को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। उन्होंने पेट्रोलियम मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई है और साथ ही आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय भी उन्हीं के पास रखा गया है। पेट्रोलियम मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद पुरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया है उससे मैं गदगद हूं। उन्होंने मुझे इस अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। हम धर्मेंद्र प्रधान के अच्छे काम को जारी रखेंगे। किसी भी इकॉनमी के लिए ऊर्जा अहम होती है। कोविड से पहले हमारी इकॉनमी 2.89 ट्रिलियन डॉलर की थी और हम इसे 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में कई संभावनाएं और चुनौतियां हैं। हमें वक्त के हिसाब से टेक्नोलॉजी अपनानी होगी। दुनियाभर में इसमें जो बदलाव हो रहे हैं उससे हमारे पास बेहतरीन मौका है।'
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अच्छे काम का इनाम
भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी पुरी को सितंबर 2017 में आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया था। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पुरी को शहरी विकास के साथ-साथ नागरिक उड्डयन की भी जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने इन जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाया और इसका इनाम उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में मिला। कोविड-19 महामारी में विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए वंदे भारत मिशन चलाया गया। इसकी काफी सराहना हुई थी।
शहरी विकास मंत्रालय में भी उनके काम को काफी सराहा गया है। पुरी साल 1974 में भारतीय विदेश सेवा के लिए चुने गए थे। वह कई देशों में भारत के राजदूत और उच्चायुक्त रहे। वह 2009 से 2013 तक यूनाइटेड नेशंस में भारत के परमानेंट रिप्रजेंटेटिव रहे। जनवरी 2014 में वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े। अभी वह उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के सांसद हैं।
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पेट्रोल-डीजल को काबू करने की चुनौती
पेट्रोलियम मंत्री के तौर पर पुरी की सबसे बड़ी चुनौती पेट्रोल-डीजल की बेकाबू होती कीमतों पर लगाम कसने की होगी। हाल के दिनों में देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में काफी तेजी आई है। सरकारी तेल कंपनियों (Government Oil Companies) ने गुरुवार को नए पेट्रोलियम मंत्री को सलामी पेश की। पेट्रोल के दाम में फिर 35 पैसे की तगड़ी बढ़ोतरी हुई। साथ ही डीजल भी हर लीटर पर 9 पैसे महंगा किया गया।
दोनों ईंधन की बढ़ती कीमतों को देखते हुए 7 साल से पेट्रोलियम मंत्रालय पर राज करने वाले मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हटा कर शिक्षा मंत्री बनाया गया है। दिल्ली के बाजार (Delhi Market) में गुरुवार को इंडियन ऑयल (IOC) के पंप पर पेट्रोल 100.56 रुपये प्रति लीटर पर चला गया। यहां डीजल भी 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने आज पेट्रोलियम मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में उनके शानदार काम को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। उन्होंने पेट्रोलियम मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई है और साथ ही आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय भी उन्हीं के पास रखा गया है।
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शहरी विकास मंत्रालय में भी उनके काम को काफी सराहा गया है। पुरी साल 1974 में भारतीय विदेश सेवा के लिए चुने गए थे। वह कई देशों में भारत के राजदूत और उच्चायुक्त रहे। वह 2009 से 2013 तक यूनाइटेड नेशंस में भारत के परमानेंट रिप्रजेंटेटिव रहे। जनवरी 2014 में वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े। अभी वह उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के सांसद हैं।
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पेट्रोल-डीजल को काबू करने की चुनौती
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दोनों ईंधन की बढ़ती कीमतों को देखते हुए 7 साल से पेट्रोलियम मंत्रालय पर राज करने वाले मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हटा कर शिक्षा मंत्री बनाया गया है। दिल्ली के बाजार (Delhi Market) में गुरुवार को इंडियन ऑयल (IOC) के पंप पर पेट्रोल 100.56 रुपये प्रति लीटर पर चला गया। यहां डीजल भी 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।