लखनऊ
कॉर्पोरेट जगत ने इस साल दीवाली के तोहफों का बजट 35 से 40 प्रतिशत तक कम कर दिया है। उद्योग मंडल एसोचैम के एक सर्वे में यह जानकारी दी गई है। एसोचैम ने आज कहा कि कॉर्पोरेट घरानों की ओर से उनके असोसिएट्स, पार्टनर्स, एंप्लॉयीज और अन्य खास लोगों को दिए जानेवाले उपहारों में इस बार कमी की गई है।
सर्वे में कहा गया कि कॉर्पोरेट में काम करनेवाले कर्मचारियों के बोनस पर भी असर हुआ है क्योंकि कई कंपनियां कर्ज में डूबी हैं और वे खर्च कम करने के उपाय लागू कर रही हैं। एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा कि दीवाली के मौके पर आम तौर पर चॉकलेट, कुकीज और मिठाइयां बहुतायत से बेचनेवाली एफएमसीजी कंपनियों की बिक्री भी सामान्य से कम होने की खबर है।
कुछ ऐसा ही मामला घरेलू उपकरण बाजार का है। वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, ओवन, इलेक्ट्रिक स्टोव और ऐसे ही अन्य उत्पाद बेचनेवाली कंपनियों की बिक्री कम हुई है। हाई ऐंड स्मार्ट फोन की बिक्री पर भी असर हुआ है।
एसोचैम ने दिवाली के मद्देनजर अहमदाबाद, बेंगलुर, चेन्नै, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, जयपुर, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई जैसे पहली, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में लगभग 758 कंपनियों का टेलिफोनिक सर्वे किया।
कॉर्पोरेट जगत ने इस साल दीवाली के तोहफों का बजट 35 से 40 प्रतिशत तक कम कर दिया है। उद्योग मंडल एसोचैम के एक सर्वे में यह जानकारी दी गई है। एसोचैम ने आज कहा कि कॉर्पोरेट घरानों की ओर से उनके असोसिएट्स, पार्टनर्स, एंप्लॉयीज और अन्य खास लोगों को दिए जानेवाले उपहारों में इस बार कमी की गई है।
सर्वे में कहा गया कि कॉर्पोरेट में काम करनेवाले कर्मचारियों के बोनस पर भी असर हुआ है क्योंकि कई कंपनियां कर्ज में डूबी हैं और वे खर्च कम करने के उपाय लागू कर रही हैं। एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा कि दीवाली के मौके पर आम तौर पर चॉकलेट, कुकीज और मिठाइयां बहुतायत से बेचनेवाली एफएमसीजी कंपनियों की बिक्री भी सामान्य से कम होने की खबर है।
कुछ ऐसा ही मामला घरेलू उपकरण बाजार का है। वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, ओवन, इलेक्ट्रिक स्टोव और ऐसे ही अन्य उत्पाद बेचनेवाली कंपनियों की बिक्री कम हुई है। हाई ऐंड स्मार्ट फोन की बिक्री पर भी असर हुआ है।
एसोचैम ने दिवाली के मद्देनजर अहमदाबाद, बेंगलुर, चेन्नै, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, जयपुर, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई जैसे पहली, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में लगभग 758 कंपनियों का टेलिफोनिक सर्वे किया।