लास एंजलिस, 20 नवंबर :: अगर आप नौरशाही से जूझने को तैयार हैं तो भारत आज अमेरिका की तरह संभावनाओं वाला देश है। यह बात भारतीय उद्यमी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी :एमआईटी: के पहले अंतरराष्ट्री नेत्रहीन छात्र ने कही। बोलांट इंडस्ट्रीज के सीईओ श्रीकांत बोला ने कहा, अच्छी चीज यह है कि चीजें आज बिल्कुल अलग हैं। अगर आप नौकरशाही बाधाओं से पार पाने को तैयार हैं, अमेरिकी की तरह भारत अवसरों वाला देश है। यहां वल्र्ड हिंदू एकोनामिक फोरम में कहा, ....हमारा भारत अगले 25 साल तक आठ प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा। यह मानते हुए कि सभी वृद्धि शहरों में हैं, हमारे शहरों की वृद्धि दर जीडीपी के संदर्भ में 15 से 25 प्रतिशत होगी। दूसरे शब्दों में भारत में आप कारोबार शुरू कर के ही धनी बन सकते हैं। श्रीकांत ने साथ में जोड़ा, वास्तव में जबतक आप नौकरशाहों से निपटने का धैर्य रखते हैं....। एमआईटी में अध्ययन के बाद श्रीकांत ने अमेरिका में रहने के बजाय भारत लौटने का फैसला किया। पर उन्होंने कहा कि अमेरिका का धन्यवाद किया कि उन्हें इस देश ने जीवन में एक नई शुरूआत का मौका दिया। श्रीकांत ने कहा, जब भारत में शिक्षा व्यवस्था ने नेत्रहीन होने के कारण मुझे खारिज कर दिया था, एमआईटी ने खुले हाथ से मेरा स्वागत किया। मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। वह पहले नेत्रहीन छात्र थे जिनका दाखिला अमेरिका स्थित एमआईटी में हुआ।
भारत आज अमेरिका की तरह अवसरों वाला देश
लास एंजलिस, 20 नवंबर :भाषा: अगर आप नौरशाही से जूझने को तैयार हैं तो भारत आज अमेरिका की तरह संभावनाओं वाला देश है। यह बात भारतीय उद्यमी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी :एमआईटी: के पहले अंतरराष्ट्री नेत्रहीन छात्र ने कही।
नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Nov 2016, 5:20 pm