[ सुरभि अग्रवाल | नई दिल्ली ]
अगर आप सोचते हैं कि पिछले हफ्ते एपल के सीईओ टिम कुक का सिद्धिविनायक मंदिर का दर्शन, बॉलीवुड स्टार्स के साथ उनकी गपशप और एक आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान स्टेडियम में उनकी मौजूदगी महज इत्तिफाक था और उनमें कोई कनेक्शन नहीं है तो आप गलत हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक धर्म, फिल्म और क्रिकेट भारतीयों के दिलों की धड़कन बढ़ाती है और इंटरनेट कंजम्पशन को बढ़ावा देती है।
ABC के कंटेंट यानी एस्ट्रोलॉजी, बॉलीवुड और क्रिकेट सबसे ज्यादा इंटरनेट खपत वाले सेक्शन और एप्लिकेशन क्रिएटर्स हैं। सिर्फ सोशल नेटवर्किंग साइट्स ही इन्हें टक्कर दे पाते हैं। ऑडिट और कंसल्टेंसी फर्म केपीएमजी में पार्टनर रोमल शेट्टी ने कहा, 'एपल को दो चीजों से बढ़ावा मिलता है। पहला ब्रांड जिसे लोग अपने पास रखना चाहते हैं। दूसरा एप्स की संख्या, जिससे कंज्यूमर बिहेवियर जुड़ा है।'
अब तक एपल का इकोसिस्टम कमोबेश पश्चिमी देशों के मुताबिक तैयार होता रहा है। अब वह भारत को ध्यान में रखकर एप्स तैयार कर रही है। पिछले हफ्ते मंगलवार को देर रात मुंबई पहुंचे 55 साल के कुक ने भारत दौरा सुबह मुंबई के प्रभादेवी में श्री सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन साथ शुरू किया। उसी दिन बाद में वह बांद्रा वेस्ट के महबूब स्टूडियो गए और एक फिल्म की शूटिंग देखी। शाम का डिनर उन्होंने शाहरुख खान के बंगले मन्नत में किया, जहां बॉलीवुड की कई हस्तियां मौजूद थीं।
गुरुवार को कुक गुजरात लॉयंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच चल रहा IPL क्रिकेट मैच देखने अचानक कानपुर पहुंच गए। नैस्कॉम की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट संगीता गुप्ता ने कहा कि कुक का वहां जाना खेल का ग्लैमर ऐड करना नहीं था। उन्होंने कहा, 'इससे बिजनेस की सोच जुड़ी थी। ये ऐसी चीजें हैं, जिनसे इंडिया में इंटरनेट की दुनिया चलती है। यह उनके बारे में फर्स्ट हैंड जानकारी लेने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है।' यहां से मिले इनपुट्स से एपल को इंडिया के लिए रोडमैप तैयार करने में हेल्प मिलेगी।
IMRB की आईक्यूब रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन एक्सेस का सबसे बड़ा जरिया सोशल नेटवर्क है। इसे 85 पर्सेंट इंडियंस एक्सेस करते हैं, जबकि 84 पर्सेंट की दिलचस्पी म्यूजिक और वीडियो वाले एंटरटेनमेंट में होती है। इसमें भी म्यूजिक वीडियो और मूवीज एक्सेस करने वालों का पर्सेंटेज 67 है।
ये कंटेंट इंटरनेट या स्ट्रीमिंग के जरिए जमकर यूज किए जाते हैं। IMRB की ग्रुप बिजनेस डायरेक्टर बिस्वप्रिया भट्टाचार्जी कहती हैं कि स्पोर्ट्स रिलेटेड कोई पक्का डेटा नहीं है क्योंकि इसके एक्सेस के लिए कई माध्यम मौजूद हैं और इसके अपडेट्स वॉट्सएप पर मिलते हैं। टोटल न्यूज कंजम्पशन में 66 पर्सेंट हिस्सा ऑनलाइन सेगमेंट का है। वहां 23 पर्सेंट कंजम्पशन स्पोर्ट्स न्यूज का है। शेट्टी कहते हैं, 'पहले लोग स्कोर अपडेट के लिए SMS यूज करते थे। वे अब हॉटस्टार और यूट्यूब पर लाइव मैच देखने लगे हैं।' इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकनॉमिक रिलेशंस (ICRIER) की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक और ट्रूकॉलर के बाद म्यूजिक एप्लिकेशन गाना, यूट्यूब और एस्ट्रोलॉजी इंडिया में टॉप 5 फेसबुक लिंक्ड एप्लिकेशंस में शामिल हैं।