:जोयिता डे: तोक्यो, आठ मई :भाषा: वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज संरक्षणवाद पर आशंकाआंे को खारिज करते हुए कहा कि एक बार इस मुद्दे पर बहस थम जाने के बाद और अधिक उदारीकरण की जरूरत कायम रहेगी। अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थान :आईआईएफ: में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि उन्हंे नहीं लगता कि संरक्षणवाद का विचार वैश्विक स्तर पर फैलेगा और इसका भारत जैसी अर्थव्यवस्थाआंे पर असर पड़ेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि कमजोर वैश्विक वातावरण के बावजूद भारत सात प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज करता रहेगा। उन्हांेने कहा कि सरकार के उंचे मूल्य के नोट बंद करने के कदम से निजी उपभोग पर पड़ा नकारात्मक प्रभाव अस्थायी होगा। उन्हांेने कहा, हम दुनिया में संरक्षणवाद को लेकर कुछ आवाजंे सुन रहे हैं, लेकिन अंत मंे कंपनियांे, उपभोक्ताआंे को यह तय करना है कि उन्हंे ऐसे उत्पाद और सेवाएं चाहिए जो लागत की दृष्टि से प्रतिस्पर्धी हैं। वित्त मंत्री ने कहा, ऐसे में मैं उम्मीद करता हूं कि संरक्षणवाद पर बहस आज या कल समाप्त हो जाएगी और अधिक वैश्विक एकीकरण और बेहतर व्यापार की जरूरत कायम रहेगी। जेटली ने कहा कि भारत का अनुभव है कि एकीकरण और अधिक उदारीकरण से अर्थव्यवस्था और व्यापार बढ़ता है।
संरक्षणवाद पर बोले जेटली, उदारीकरण कायम रहेगा
:जोयिता डे:
भाषा 8 May 2017, 4:35 pm