नई दिल्ली
भारतीय मूल के जय चौधरी भी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं। साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी जीस्केलर के संस्थापक चौधरी कुछ दशक पहले अमेरिका की सिलिकॉन वैली के सबसे अमीर लोगों की सूची में शुमार हुए थे। उनकी कंपनी की कुल वैल्यू 3.4 अरब डॉलर है। जय चौधरी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह पैसा नहीं, बल्कि इंटरनेट को अधिक से अधिक सुरक्षित करने के जुनून के पीछे भागते हैं।
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबकि, पिछले एक साल के भीतर चौधरी के साथ-साथ छह अन्य साइबर सिक्यॉरिटी क्षेत्र के दिग्गजों की कुल संपत्ति लगभग 10 अरब डॉलर को छू चुकी है। चौधरी कहते हैं कि मैं अभी तक इसलिए सफल हूं, क्योंकि मैं कभी पैसे के पीछे नहीं भागा। मेरे अंदर बस एक ही जुनून है कि हर कारोबारी के लिए इंटरनेट और क्लाउड किस तरह अधिक से अधिक सुरक्षित हो।
एक दिन में 22% चढ़ा शेयर
जीस्केलर की दूसरी तिमाही की आय 7.43 करोड़ डॉलर रहने की खबर आने के बाद कंपनी का शेयर शुक्रवार को 22 फीसदी चढ़कर 60.57 डॉलर पर पहुंच गया। शेयर की यह कीमत पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 65 फीसदी अधिक रही और इसने तमाम विश्लेषकों के विश्लेषण को ध्वस्त कर दिया।
पहले 4 साइबर स्टार्टअप को बेचा
जय चौधरी ने यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी से बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन, इंडस्ट्रियल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स डिग्री ली। उन्होंने हार्वर्ड बिजनस स्कूल में भी पढ़ाई की है। जीस्केलर की स्थापना करने से पहले वह चार अन्य साइबर स्टार्टअप बेच चुके हैं।
आज भी अपनी मिट्टी से है लगाव
अरबों डॉलर के मालिक होने के बावजूद चौधरी कहते हैं कि इतना कुछ होने के बाद भी उनमें बहुत बदलाव नहीं आया है। वह आज भी भारत में हिमालयी क्षेत्र में स्थित अपने गांव जाते हैं, जहां उन्होंने जन्म लिया। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए खुशी एक मनोदशा है और रुपये-पैसे से उन्हें बहुत अधिक लगाव नहीं है।'
भारतीय मूल के जय चौधरी भी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं। साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी जीस्केलर के संस्थापक चौधरी कुछ दशक पहले अमेरिका की सिलिकॉन वैली के सबसे अमीर लोगों की सूची में शुमार हुए थे। उनकी कंपनी की कुल वैल्यू 3.4 अरब डॉलर है। जय चौधरी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह पैसा नहीं, बल्कि इंटरनेट को अधिक से अधिक सुरक्षित करने के जुनून के पीछे भागते हैं।
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबकि, पिछले एक साल के भीतर चौधरी के साथ-साथ छह अन्य साइबर सिक्यॉरिटी क्षेत्र के दिग्गजों की कुल संपत्ति लगभग 10 अरब डॉलर को छू चुकी है। चौधरी कहते हैं कि मैं अभी तक इसलिए सफल हूं, क्योंकि मैं कभी पैसे के पीछे नहीं भागा। मेरे अंदर बस एक ही जुनून है कि हर कारोबारी के लिए इंटरनेट और क्लाउड किस तरह अधिक से अधिक सुरक्षित हो।
एक दिन में 22% चढ़ा शेयर
जीस्केलर की दूसरी तिमाही की आय 7.43 करोड़ डॉलर रहने की खबर आने के बाद कंपनी का शेयर शुक्रवार को 22 फीसदी चढ़कर 60.57 डॉलर पर पहुंच गया। शेयर की यह कीमत पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 65 फीसदी अधिक रही और इसने तमाम विश्लेषकों के विश्लेषण को ध्वस्त कर दिया।
पहले 4 साइबर स्टार्टअप को बेचा
जय चौधरी ने यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी से बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन, इंडस्ट्रियल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स डिग्री ली। उन्होंने हार्वर्ड बिजनस स्कूल में भी पढ़ाई की है। जीस्केलर की स्थापना करने से पहले वह चार अन्य साइबर स्टार्टअप बेच चुके हैं।
आज भी अपनी मिट्टी से है लगाव
अरबों डॉलर के मालिक होने के बावजूद चौधरी कहते हैं कि इतना कुछ होने के बाद भी उनमें बहुत बदलाव नहीं आया है। वह आज भी भारत में हिमालयी क्षेत्र में स्थित अपने गांव जाते हैं, जहां उन्होंने जन्म लिया। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए खुशी एक मनोदशा है और रुपये-पैसे से उन्हें बहुत अधिक लगाव नहीं है।'