बेंगलुरु, 28 नवंबर (भाषा) कर्नाटक राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (केएससीएसटी) बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के वाणिज्यिकरण के लिए ‘पेटेंटकार्ट’ नाम से एक ऐप आधारित नेटवर्किंग मंच विकसित कर रहा है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने सोमवार को कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के तहत एक पहल, पेटेंटकार्ट से पेटेंट धारकों और उनके ग्राहकों को अपने आईपी के वाणिज्यिकरण का लाभ मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बयान में कहा कि यह ऐप 2023 की शुरुआत तक काम करना शुरू कर देगा।
बयान में कहा गया है कि पिछले तीन वर्षों में केएससीएसटी समर्थित आईपी प्रकोष्ठ द्वारा 700 से अधिक पेटेंट दायर किए गए हैं। जिनमें से दस से अधिक को मंजूरी दी गई है और बाकी प्रक्रिया में हैं।
मंत्री ने कहा, कर्नाटक लगातार तीन बार भारत नवाचार सूचकांक में शीर्ष पर रहा है।