देविना सेनगुप्ता, मुंबई
आइडिया ने कुमार मंगलम बिड़ला को फिस्कल इयर 2017 में फ्रेशर्स जैसी सैलरी दी है। टेलिकॉम ऑपरेटर आइडिया ने हाल ही में बताया था कि उसे मार्केट में लिस्टेड कंपनी बनने के बाद पहली बार घाटा उठाना पड़ा है। वित्त वर्ष 2016 में आइडिया के चेयरमैन बिड़ला की सैलरी 13.15 करोड़ रुपए थी लेकिन अगले वित्त वर्ष में यह कई गुना गिरकर 3.30 लाख रुपए तक पहुंच गई।
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने अपने चेयरमैन और अन्य एग्जिक्युटिव्स को कोई कमिशन भी नहीं दिया है। यह भी पहली बार है कि कंपनी अपने एग्जिक्युटिव्स को कमिशन नहीं दे पा रही है। पिछला साल टेलिकॉम इंडस्ट्री में राज करने वाले आइडिया, भारती एयरटेल और वोडोफोन इंडिया के लिए बहुत बुरा बीता है। पिछले साल टेलिकॉम इंडस्ट्री में फ्री ऑफर्स के साथ एंट्री करने वाले जियो इन्फोकॉम ने प्राइस वॉर शुरू कर दी थी जिसका खामियाजा स्थापित टेलिकॉम कंपनियों को उठाना पड़ा था।
इंडस्ट्री में बढ़ी प्रतिस्पर्धा से प्रभावित होकर वोडाफोन और आइडिया भारत में मर्जर का ऐलान भी कर चुका है। आइडिया को 404 करोड़ का घाटा हुआ था और उसका रेवन्यू 0.8 प्रतिशत गिरकर 35, 883 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। कंपनी के नॉन-एग्जिक्युटिव डायरेक्टर्स संजीव आगा की सैलरी 16.7 लाख से कम होकर 5.90 लाख रुपए तक आ गई है। हालांकि कंपनी की लीडरशिप की सैलरी पर कंपनी को हुए घाटे का कोई खास फर्क नहीं पड़ा। आइडिया का ऐवरेज सैलरी हाइक 8 प्रतिशत रहा।
आइडिया ने कुमार मंगलम बिड़ला को फिस्कल इयर 2017 में फ्रेशर्स जैसी सैलरी दी है। टेलिकॉम ऑपरेटर आइडिया ने हाल ही में बताया था कि उसे मार्केट में लिस्टेड कंपनी बनने के बाद पहली बार घाटा उठाना पड़ा है। वित्त वर्ष 2016 में आइडिया के चेयरमैन बिड़ला की सैलरी 13.15 करोड़ रुपए थी लेकिन अगले वित्त वर्ष में यह कई गुना गिरकर 3.30 लाख रुपए तक पहुंच गई।
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने अपने चेयरमैन और अन्य एग्जिक्युटिव्स को कोई कमिशन भी नहीं दिया है। यह भी पहली बार है कि कंपनी अपने एग्जिक्युटिव्स को कमिशन नहीं दे पा रही है। पिछला साल टेलिकॉम इंडस्ट्री में राज करने वाले आइडिया, भारती एयरटेल और वोडोफोन इंडिया के लिए बहुत बुरा बीता है। पिछले साल टेलिकॉम इंडस्ट्री में फ्री ऑफर्स के साथ एंट्री करने वाले जियो इन्फोकॉम ने प्राइस वॉर शुरू कर दी थी जिसका खामियाजा स्थापित टेलिकॉम कंपनियों को उठाना पड़ा था।
इंडस्ट्री में बढ़ी प्रतिस्पर्धा से प्रभावित होकर वोडाफोन और आइडिया भारत में मर्जर का ऐलान भी कर चुका है। आइडिया को 404 करोड़ का घाटा हुआ था और उसका रेवन्यू 0.8 प्रतिशत गिरकर 35, 883 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। कंपनी के नॉन-एग्जिक्युटिव डायरेक्टर्स संजीव आगा की सैलरी 16.7 लाख से कम होकर 5.90 लाख रुपए तक आ गई है। हालांकि कंपनी की लीडरशिप की सैलरी पर कंपनी को हुए घाटे का कोई खास फर्क नहीं पड़ा। आइडिया का ऐवरेज सैलरी हाइक 8 प्रतिशत रहा।