शिशिर चौरसिया, नई दिल्ली
कोरोना वायरस महामारी से मुकाबले में देश की दिग्गज कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) भी शमिल हो गई है। कंपनी ने वेंटिलेटर, मास्क और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के लिए कुछ कंपनियों से समझौता किया है। कंपनी ने हर महीने 10 हजार वेंटिलेटर बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। मारुति सुजुकी से मिली सूचना के अनुसार, उन्होंने वेंटिलेटर की तकनीक और इसके निर्माण से जुड़े मसले हल करने करने के लिए AgVa हेल्थकेयर से समझौता किया है। वेंटिलेटर में उपयोग होने वाले कल-पुर्जों के निर्माण के लिए कंपनी अपने सप्लायर और वेंडरों की भी मदद लेगी। इसमें जितनी भी राशि का निवेश होगा, उसकी व्यवस्था मारुति सुजुकी तरफ से की जाएगी। 3प्लाई मास्क भी बनेगा
मारुति 3 प्लाई मास्क का निर्माण करेगी। इसके लिए कंपनी ने अपने जॉइंट वेंचर कृष्णा मारुति लिमिटेड को अधिकृत किया है। इसके लिए जरूरी अनुमति मिलते ही इसका उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। इस मास्क की आपूर्ति हरियाणा और केंद्र सरकार को की जाएगी। यही नहीं, कृष्णा मारुति के जेवी पार्टनर अशोक कपूर ने कहा है कि वह सरकार को दो मिलियन मास्क मुफ्त में देंगे।
पढ़ें : कोरोना वायरस: देश के 27 राज्यों में 873 केस, कहां कितने मरीज पूरी लिस्ट
हेजमेट भी बनाएगी कंपनी
कंपनी का कहना है कि हेजमेट जैसे प्रॉटेक्टिव क्लोदिंग के निर्माण के लिए रेलने परिवार के साथ बना मारुति का जॉइंट वेंचर भारत सीट्स लिमिटेड को चुना गया है। मारुति के मुताबिक, जैसे ही जरूरी अनुमोदन मिलेगा, प्रॉटेक्टिव क्लोदिंग का निर्माण शुरू हो जाएगा। मारुति का कहना है कि सभी तरह की वस्तुओं के निर्माण के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
पढ़ें : कोरोना संकट में ओला के भाविश अग्रवाल का बड़ा ऐलान
अभी कारों का उत्पादन है बंद
कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में मोटर वाहन बनाने वाली लगभग सभी कंपनियों ने अपना उत्पादन रोक दिया है। मारुति ही नहीं लगभग सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपने उत्पादन पर ब्रेक लगा दिया है।
देशभर में कोरोना का कहर
कोरोना वायरस का कहर दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ता जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश में तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अब तक 873 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसमें से 47 विदेशी हैं। 79 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, 19 लोगों की मौत भी हो चुकी है। भारत सरकार की तरफ से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं। विदेशों में फंसे भारतीयों को भी सरकार वापस ला रही है।
कोरोना वायरस महामारी से मुकाबले में देश की दिग्गज कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) भी शमिल हो गई है। कंपनी ने वेंटिलेटर, मास्क और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के लिए कुछ कंपनियों से समझौता किया है। कंपनी ने हर महीने 10 हजार वेंटिलेटर बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। मारुति सुजुकी से मिली सूचना के अनुसार, उन्होंने वेंटिलेटर की तकनीक और इसके निर्माण से जुड़े मसले हल करने करने के लिए AgVa हेल्थकेयर से समझौता किया है। वेंटिलेटर में उपयोग होने वाले कल-पुर्जों के निर्माण के लिए कंपनी अपने सप्लायर और वेंडरों की भी मदद लेगी। इसमें जितनी भी राशि का निवेश होगा, उसकी व्यवस्था मारुति सुजुकी तरफ से की जाएगी।
मारुति 3 प्लाई मास्क का निर्माण करेगी। इसके लिए कंपनी ने अपने जॉइंट वेंचर कृष्णा मारुति लिमिटेड को अधिकृत किया है। इसके लिए जरूरी अनुमति मिलते ही इसका उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। इस मास्क की आपूर्ति हरियाणा और केंद्र सरकार को की जाएगी। यही नहीं, कृष्णा मारुति के जेवी पार्टनर अशोक कपूर ने कहा है कि वह सरकार को दो मिलियन मास्क मुफ्त में देंगे।
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हेजमेट भी बनाएगी कंपनी
कंपनी का कहना है कि हेजमेट जैसे प्रॉटेक्टिव क्लोदिंग के निर्माण के लिए रेलने परिवार के साथ बना मारुति का जॉइंट वेंचर भारत सीट्स लिमिटेड को चुना गया है। मारुति के मुताबिक, जैसे ही जरूरी अनुमोदन मिलेगा, प्रॉटेक्टिव क्लोदिंग का निर्माण शुरू हो जाएगा। मारुति का कहना है कि सभी तरह की वस्तुओं के निर्माण के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
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अभी कारों का उत्पादन है बंद
कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में मोटर वाहन बनाने वाली लगभग सभी कंपनियों ने अपना उत्पादन रोक दिया है। मारुति ही नहीं लगभग सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपने उत्पादन पर ब्रेक लगा दिया है।
देशभर में कोरोना का कहर
कोरोना वायरस का कहर दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ता जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश में तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अब तक 873 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसमें से 47 विदेशी हैं। 79 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, 19 लोगों की मौत भी हो चुकी है। भारत सरकार की तरफ से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं। विदेशों में फंसे भारतीयों को भी सरकार वापस ला रही है।