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सीबीसी रिपोर्ट को लेकर आशंकित हैं मल्टिनैशनल कंपनियां

ग्लोबल टैक्स अथॉरिटीज से डरीं कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां सीबीसी (कंट्री बाय कंट्री) के तहत भारतीय टैक्स अधिकारियों द्वारा मांगे गए विवरण साझा करने को लेकर आशंकित हैं। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकार दी।

इकनॉमिक टाइम्स 6 Mar 2018, 10:37 pm
सचिन दवे, मुंबई
नवभारतटाइम्स.कॉम tax-mnc

ग्लोबल टैक्स अथॉरिटीज से परेशान कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां सीबीसी (कंट्री बाय कंट्री) के तहत भारतीय टैक्स अधिकारियों द्वारा मांगे गए विवरण को साझा करने को लेकर आशंकित हैं। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकार दी है।

इस मामले से जुड़े सूत्र ने ईटी को बताया कि कई मल्टिनैशनल कंपनियां कुछ सवालों से कन्नी काट रही हैं तो कुछ का गोलमोल जवाब दे रही हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि उनका टैक्स स्ट्रक्चर एक बार भारत में दाखिल हो गया तो यह सार्वजनिक होगा और इसका अमेरिका और यूरोप में उनके लिए इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

सेंट्रल बोर्ड ऑफ टायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) ने पिछले साल बड़ी मल्टिनैशनल कंपनियों के लिए सीबीसी रिपोर्ट बनाने और मास्टर फाइल मेनटेन करने को कहा था।

गूगल, फेसबुक, सैमसंग और ऐपल जैसी कंपनियों को भारत में उनके ग्लोबल ऑपरेशन को लेकर डीटेल्स देनी होगी। मास्टर फाइल रूल्स के तहत इन कंपनियों के लिए, 10 बड़े कर्जदाता, 10 बड़े कर्जदार, बौद्धिक संपदा और ग्लोबल रेवेन्यू में 10 फीसदी से अधिक योगदान देने वाली सहयोगी कंपनियों की वित्तीय जानकारी देना अनिवार्य है।

जानकारों के मुताबिक, अधिकतर मल्टिनैशनल कंपनियां इस तरह की जानकारी देने को लेकर आशंकित हैं और इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। गोपनीयता के अलावा कंपनियों की परेशानी यह भी है कि उन्होंने ये जानकारियां दूसरे देशों में नहीं दी हैं। भारत में कुछ मल्टिनैशनल कंपनियों के एक लीगल सलाहकार ने कहा, 'वे भारत में जो भी बताती हैं, कंपनियों को इसे हर देश में मेनटेन करना होगा।'

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