कई तिमाहियों तक कैश फ्लो कमजोर रहने की चिंता को देखते हुए मूडीज ने क्रेडिट रेटिंग Baa3 से घटाकर Ba1 की
[ ईटी ब्यूरो | कोलकाता ]
रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विसेज ने भारत की दूसरे नंबर की टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल की कर्ज लेने से जुड़ी साख एक पायदान घटाकर Ba1 कर दी है। यह लेवल आमतौर पर जंक माना जाता है। मूडीज ने यह कदम आने वाली कई तिमाहियों तक कैश फ्लो कमजोर रहने की चिंता को देखते हुए उठाया है। इससे पहले एयरटेल को Baa3 रेटिंग दी गई थी, जो सबसे निचला इनवेस्टमेंट ग्रेड है।
रेटिंग एजेंसी ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि भारती के पूर्ण स्वामित्व वाली डच सब्सिडियरी भारती एयरटेल इंटरनेशनल (नीदरलैंड्स) बीवी की ओर से जारी अनसिक्योर्ड नोट्स को भी डाउनग्रेड कर दिया गया है। कुछ एनालिस्ट्स ने कहा कि इस कटौती से भारती के लिए कर्ज लेना 30-50 बेसिस प्वाइंट्स तक महंगा हो जाएगा, खासतौर से विदेश से। किसी भी इंटरनेशनल एजेंसी की ओर से भारती को इनवेस्टमेंट ग्रेड से नीचे की रेटिंग देने का यह पहला मामला है। सितंबर 2016 में रिलायंस जियो की एंट्री के बाद से ही टैरिफ वॉर से भारती जूझ रही है और इसका असर उसकी आमदनी, मुनाफे और कैश फ्लो पर पड़ा है।
भारती ने हालांकि एक बयान में मूडीज के कदम को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा, 'दो ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों फिच रेटिंग्स और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स से कंपनी को इनवेस्टमेंट ग्रेड वाली रेटिंग मिली हुई है।'
मूडीज की वाइस प्रेसिडेंट अन्नालिजा डी कियारा ने कहा कि यह डाउनग्रेड 'भारतीय दूरसंचार बाजार में होड़ की स्थिति को देखते हुए कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी, कैश फ्लो की स्थिति और कर्ज के स्तर में ठीकठाक सुधार होने या न होने से जुड़ी अनिश्चितता दर्शा रहा है।'
उन्होंने कहा कि 'कंपनी की क्रेडिट क्वॉलिटी' मजबूत करने और वित्तीय स्थिति दुरुस्त करने के लिए इंडियन मोबाइल सेगमेंट से कैश फ्लो में अच्छी रिकवरी की जरूरत है।
मूडीज का यह आकलन भी है कि इंडियन मोबाइल सेगमेंट से भारती की प्रॉफिटेबिलिटी अगली कुछ तिमाहियों तक कम ही बनी रहेगी। उसने कहा कि मोबाइल सर्विसेज की प्राइसिंग में कोई बड़ा बदलाव न होने और भारती के सब्सक्राइबर बेस के कंपोजिशन में हाई-एंड 4जी कस्टमर्स की ओर शिफ्टिंग के कारण ऐसा होगा।
मूडीज के रेटिंग डाउनग्रेड करने की खबर आने पर भारती का शेयर कारोबार के शुरुआती दौर में 4.3 पर्सेंट गिर गया था, लेकिन बाद में यह 0.41 प्रतिशत चढ़कर बीएसई पर 307.85 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी ने इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में वन-टाइम गेन के दम पर प्रॉफिट दर्ज किया था, लेकिन यह 72 प्रतिशत घटकर 86 करोड़ रुपये पर रहा। यह भारती के लिए लगातार 11वीं तिमाही रही, जिसमें इसका मुनाफा घटा। हालांकि इसका इंडिया बिजनेस लगातार घाटे में है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ्लो नेगेटिव 261 करोड़ रुपये रहा। दूसरी तिमाही में यह नेगेटिव 1341.2 करोड़ रुपये रहा। सालभर पहले की दिसंबर तिमाही में यह पॉजिटिव 1121.4 करोड़ रुपये था।