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Amazon के खिलाफ मुकेश अंबानी को मिला WhatsApp का साथ, 97 लाख करोड़ के बाजार पर कब्जे की लड़ाई

Boston Consulting Group के मुताबिक भारत की रिटेल बाजार 2025 तक 1.3 लाख डॉलर यानी 97 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसमें से आधा से अधिक हिस्सा फूड और ग्रॉसरीज का है। यही वजह है कि कंपनियों में इसे हथियाने के लिए होड़ मची है।

एजेंसियां 30 Nov 2021, 9:31 am

हाइलाइट्स

  • ग्रॉसरी मार्केट में दबदबे के लिए कई कंपनियों में होड़
  • मुख्य मुकाबला जियोमार्ट, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट के बीच
  • रिलायंस को मिला मैसेजिंग एप WhatsApp का साथ
  • जियो की तर्ज पर ई-कॉमर्स में भी तहलका मचाने की तैयारी
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नवभारतटाइम्स.कॉम मुकेश अंबानी (फाइल फोटो)
मुकेश अंबानी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली
भारतीय रिटेल मार्केट (Indian retail market) में दबदबा कायम करने के लिए कई कंपनियों में होड़ मची है। लेकिन मुख्य मुकाबला एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की जियोमार्ट (JioMart), जेफ बेजोस की ऐमजॉन (Amazon) और वॉलमार्ट (Walmart Inc) के निवेश वाली फ्लिपकार्ट (Flipkart) के बीच है। इस मुकाबले में अंबानी को अब लोकप्रिय मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) का साथ मिल गया है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय ग्राहक अब WhatsApp का इस्तेमाल करके जियोमार्ट के जरिए ग्रॉसरी मंगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें WhatsApp पर नए tap and chat ऑप्शन का इस्तेमाल करना होगा। इसमें डिलिवरी फ्री है और मिनिमम ऑर्डर वैल्यू का झमेला नहीं है। ग्राहक इसके जरिए फल, सब्जी, अनाज, टूथपेस्ट और पनीर और बेसन मंगा सकते हैं। कस्टमर एप में शॉपिंग बास्केट्स फिल कर सकते हैं और जियोमार्ट के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। ऑर्डर मिलने पर भी कैश पेमेंट किया जा सकता है।

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टेलिकॉम सेक्टर में तहलका
अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कुछ साल पहले टेलिकॉम सेक्टर में तहलका मचा दिया था। अब देश के ई-कॉमर्स क्षेत्र में दबदबे के लिए भी कंपनी यह रणनीति अपना रही है। 19 महीने पहले मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc.) ने रिलायंस की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 6 अरब डॉलर का निवेश किया था। Meta Platforms Inc. को पहले फेसबुक इंक (Facebook Inc.) के नाम से जाना जाता था।

आज जियो देश की सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर है जबकि रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) देश की सबसे बड़ी ब्रिक एंड मोर्टार स्टोर चेन है। देश में WhatsApp के 53 करोड़ यूजर्स हैं जबकि जियो के ग्राहकों की संख्या 42.5 करोड़ है। Boston Consulting Group के मुताबिक भारत की रिटेल बाजार 2025 तक 1.3 लाख डॉलर यानी करीब 97 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसमें से आधा से अधिक हिस्सा फूड और ग्रॉसरीज का है।

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कौन-कौन हैं होड़ में
रिलायंस ने हाल में सस्ता स्मार्टफोन उतारकर इस बाजार में बड़ी हिस्सेदारी कब्जाने की तैयारी कर ली है। इस फोन को गूगल (Google) के साथ मिलकर बनाया गया है। इसमें जियोमार्ट और WhatsApp प्रीलोडेड हैं। गूगल ने भी पिछले साल जियो में 4.5 अरब डॉलर का निवेश किया था। इस बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज और WhatsApp के प्रतिनिधियों ने कोई टिप्पणी नहीं की। Amazon और Walmart अलावा Grofers, Dunzo, Swiggy, Bigbasket और Zepto भी ग्रॉसरी डिलिवरी में शामिल हैं।

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