नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) पराग मिल्क फूड्स ने हरियाणा के सोनीपत स्थित अपने विनिर्माण केन्द्र से पिछले वित्त वर्ष में लगभग 70 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। इसे कंपनी ने डैनोन से हासिल किया था। बेहतर मांग के कारण कंपनी ने अपने उत्पादों के लिए इस उत्तरी भारत के बाजार से चालू वित्तवर्ष में 160 करोड़ रुपये तक राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। मुंबई स्थित पराग मिल्क ने पिछले साल अप्रैल में सोनीपत संयंत्र का अधिग्रहण किया था। उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में अपना विस्तार करने के लिए अगस्त में यहां से अपना वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था। कंपनी के पास अब महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और हरियाणा में तीन संयंत्र हैं, जिनकी कुल प्रसंस्करण क्षमता 29 लाख लीटर प्रतिदिन की है। पराग मिल्क फूड्स के चेयरमैन देवेंद्र शाह ने कहा, "हमारा सोनीपत का संयंत्र बहुत अच्छे ढंग से काम कर रहा है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान हमारे कुल कारोबार में इसका योगदान 65-70 करोड़ रुपये का था। हम चालू वित्त वर्ष के दौरान 130-160 करोड़ रुपये के राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं।" पराग मिल्क की परिचालन से एकीकृत आय वित्तवर्ष 2018-19 में 22.6 प्रतिशत बढ़कर 2,395.7 करोड़ रुपये रही, जो पिछले 2017-18 में 1,954.5 करोड़ रुपये थी। शाह ने कहा, "हम मौजूदा समय में महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान से दूध प्राप्त करते हैं। सोनीपत संयंत्र में प्रति दिन लगभग 60,000 लीटर दूध का प्रसंस्करण कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कंपनी अगले वित्तवर्ष तक अपनी दूध प्रसंस्करण क्षमता को 100 प्रतिशत यानी करीब एक लाख लीटर प्रतिदिन के प्रसंस्करण स्तर को हासिल करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र के माध्यम से कंपनी दिल्ली-एनसीआर बाजार को अपनी सेवा दे रही है जो देश का सबसे बड़ा लगभग 11,000 करोड़ रुपये का दूध बाजार है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अलावा, यह संयंत्र हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बाजारों में भी अपनी सेवायें देता है। शाह ने कहा कि कंपनी उत्तर भारत के बाजार में अधिक खुदरा (आधुनिक और पारंपरिक) टचप्वाइंट बढ़ाकर वितरण नेटवर्क को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। पराग मिल्क फूड्स ने दिल्ली-एनसीआर के बाजार में अपना प्रीमियम फ्रेश मिल्क ब्रांड 'प्राइड ऑफ कॉज' भी पेश किया था। इसके लिए कंपनी दूध को अपने पुणे के पास स्थित डेयरी फार्म से हवाई मार्ग से भेजती है। शाह ने कहा, "हमने प्राइड ऑफ कॉज के 600-700 ग्राहक दिल्ली-एनसीआर में बनाए हैं।" पराग मिल्क 'गोवर्धन' ब्रांड के तहत घी, दही, पनीर बेचता है, जबकि वह ‘गो’ ब्रांड नाम के तहत पनीर, अल्ट्रा-हाई टेम्प्रेचर प्रोसेसिंग (यूएचटी) दूध, छाछ, लस्सी, दही जैसे उत्पाद बेचती है। यह डेयरी आधारित पेय और मट्ठा प्रोटीन की भी पेशकश करती है।
वित्त वर्ष 2019 में पराग मिल्क फूड्स को 70 करोड़ रुपये का राजस्व
नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) पराग मिल्क फूड्स ने हरियाणा के सोनीपत स्थित अपने विनिर्माण केन्द्र से पिछले वित्त वर्ष में लगभग 70 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। इसे कंपनी ने डैनोन से हासिल किया था। बेहतर मांग के कारण कंपनी ने अपने उत्पादों के लिए इस उत्तरी भारत के बाजार से चालू वित्तवर्ष में 160 करोड़ रुपये तक राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। मुंबई स्थित पराग मिल्क ने पिछले साल अप्रैल में सोनीपत संयंत्र का अधिग्रहण किया था। उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में अपना विस्तार करने के लिए अगस्त में यहां से अपना
भाषा 12 Jun 2019, 4:42 pm