सिद्धार्थ, नई दिल्ली
सरकारी बैंकों के करोड़ों ग्राहकों को अब घर बैठे सेवाएं मिलेंगी। जमा हो या निकासी, सरकारी बैंक हर सुविधा आपके घर तक पहुंचाएंगे। यानी सरकारी बैंक में खाता है तो आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकारी बैंकों द्वारा डोरस्टेप डिलिवरी के लागू होने के बाद शारीरिक रूप से अक्षम लोगों और वरिष्ठ नागरिकों को काफी सुविधा होगी और उनका जीवन थोड़ा आसान हो जाएगा। केंद्रीय बैंक यानी RBI ने कई वर्षों पहले ही डोरस्टेप बैंकिंग की सलाह दी थी। सार्वजनिक बैंक अब इसे गंभीरता से लेते हुए मिलजुलकर एक कॉमन सर्विस प्रोवाइडर नियुक्त करने की तैयारी में हैं, जो सभी ग्राहकों तक सुविधाएं पहुंचा सके।
यूको(UCO) बैंक ने सभी सरकारी बैंकों की ओर से 'रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल (RPF)' जारी कर प्राइवेट प्लेयर्स की मांग की है जो कॉल सेंटर, वेबसाइट और मोबाइल ऐप की सुविधा दें, जिनके जरिए सर्विस रिक्वेस्ट दाखिल की जा सके।
बैंक द्वारा हायर किए गए सर्विस प्रोवाइर एजेंट मुहैया करेंगे दो दूसरे फेज में डिपॉजिट और विदड्रॉल के साथ-साथ छोटी डिवाइसेस के जरिए वित्तीय व गैर वित्तीय सेवाएं मुहैया करेंगे। शुरुआत में डोरस्टेप बैंकिंग की सुविधा सिर्फ वरिष्ठ नागरिकों और अक्षमता के शिकार लोगों को मुहैया की जाएंगी, जिनके लिए बैंक की ब्रांचों तक पहुंचने में दिक्कत होती है। कुछ समय बाद, अन्य कस्टमर्स को भी यह सुविधा मिलेगी, जिसके लिए छोटी-सी फीस देनी होगी। डोरस्टेप बैंक सरकार की एनहांस्ड ऐक्सेस ऐंड सर्विस एक्सिलेंस (EASE) प्रोग्राम का हिस्सा है।
सरकारी बैंकों के करोड़ों ग्राहकों को अब घर बैठे सेवाएं मिलेंगी। जमा हो या निकासी, सरकारी बैंक हर सुविधा आपके घर तक पहुंचाएंगे। यानी सरकारी बैंक में खाता है तो आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकारी बैंकों द्वारा डोरस्टेप डिलिवरी के लागू होने के बाद शारीरिक रूप से अक्षम लोगों और वरिष्ठ नागरिकों को काफी सुविधा होगी और उनका जीवन थोड़ा आसान हो जाएगा।
यूको(UCO) बैंक ने सभी सरकारी बैंकों की ओर से 'रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल (RPF)' जारी कर प्राइवेट प्लेयर्स की मांग की है जो कॉल सेंटर, वेबसाइट और मोबाइल ऐप की सुविधा दें, जिनके जरिए सर्विस रिक्वेस्ट दाखिल की जा सके।
बैंक द्वारा हायर किए गए सर्विस प्रोवाइर एजेंट मुहैया करेंगे दो दूसरे फेज में डिपॉजिट और विदड्रॉल के साथ-साथ छोटी डिवाइसेस के जरिए वित्तीय व गैर वित्तीय सेवाएं मुहैया करेंगे। शुरुआत में डोरस्टेप बैंकिंग की सुविधा सिर्फ वरिष्ठ नागरिकों और अक्षमता के शिकार लोगों को मुहैया की जाएंगी, जिनके लिए बैंक की ब्रांचों तक पहुंचने में दिक्कत होती है। कुछ समय बाद, अन्य कस्टमर्स को भी यह सुविधा मिलेगी, जिसके लिए छोटी-सी फीस देनी होगी। डोरस्टेप बैंक सरकार की एनहांस्ड ऐक्सेस ऐंड सर्विस एक्सिलेंस (EASE) प्रोग्राम का हिस्सा है।