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गजब! जैसलमेर का ये स्कूल 50 डिग्री तापमान में भी बिना एसी के रहता है ठंडा, संसद जैसी दिखती है बिल्डिंग

Rajkumari Ratnavati Girls School: यह गर्ल्स स्कूल है। तपते रेगिस्तान में बनी यह बिल्डिंग वास्तु कला की बेजोड़ बेमिसाल है। गर्मी से बचने के लिए इसमें कोई AC नहीं है। पर बनावट ऐसी की जालीदार दीवारें और हवादार छत विपरीत मौसम में भी सुकून देती है। इसे खास तरह से डिजाइन किया गया है।

Curated byसौरभ दीक्षित | नवभारतटाइम्स.कॉम 1 Oct 2022, 5:10 pm
नई दिल्ली: इन दिनों राजस्थान के जैसलमेर का एक स्कूल चर्चा में हैं। यह स्कूल (Rajkumari Ratnavati Girls School) जैसलमेर में कनोई गांव में है। इस स्कूल में न एसी है और न बिजली। इसके बाद भी ये जैसलमेर के 50 डिग्री सेल्सियस तापमान में एकदम ठंडा बना रहता है। इस स्कूल की संसद भवन जैसी डिजाइन भी काफी शानदार है। इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे रेगिस्तान के बीच सोने की चमक वाला महल खड़ा है। जैसे किसी मां ने बेटे को अपनी गोद में ले रखा हो। इस स्कूल में ऐसा क्या खास है जो ये इतनी गर्मी में भी ठंडा बना रहता है। क्यों ये स्कूल चर्चा का विषय बना हुआ है। चलिए आपको बताते हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम Rajkumari Ratnavati Girls School
इस स्कूल का नाम राजपरिवार की रत्नावती भाटी के नाम पर रखा गया था


स्कूल की बिल्डिंग वास्तुकला की बेजोड़ मिसाल है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्कूल का नाम राजपरिवार की रत्नावती भाटी के नाम पर रखा गया था। राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल CITTA फाउंडेशन की पहल है, जो लड़कियों को शिक्षा दिलाने को लेकर काम करता है। रेगिस्तान के बीचों बीच बसा ये स्कूल 22 बीघा जमीन में फैला है, जिसे सूर्यग्रह पैलेस होटल के मालिक मानवेंद्र सिंह शेखावत ने दिया है। वहीं, इस स्कूल को तैयार करने के लिए जैसलमेर के शाही परिवार के चैतन्य राज सिंह और राजेश्वरी राज्य लक्षमी ने भी सहयोग दिया है।

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इस वजह से ठंडा रहता है स्कूल
यह गर्ल्स स्कूल है। तपते रेगिस्तान में बनी यह बिल्डिंग वास्तु कला की बेजोड़ बेमिसाल है। गर्मी से बचने के लिए इसमें कोई AC नहीं है। पर बनावट ऐसी की जालीदार दीवारें और हवादार छत विपरीत मौसम में भी सुकून देती है। इसे खास तरह से डिजाइन किया गया है। स्कूल में जालीदार दीवारें और हवादार छत है, जिससे गर्मी के मौसम में दिक्कत नहीं होती। इसे पीले बलुआ पत्थर से अंडाकार डिजाइन में बनाया गया है और पूरा स्कूल सौर ऊर्जा से संचालित होता है।

बच्चों ने नहीं ली जाती है फीस
स्कूल को गर्ल्स एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है, जहां लड़कियों की पढ़ाई की कोई फीस नहीं है। इसके अलावा बच्चों को खाना भी दिया जाता है। इसके अलावा अंग्रेजी और कंप्यूटर शिक्षा पर इसमें जोर दिया जा रहा है।

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मशहूर डिजाइनर ने डिजाइन की है ड्रेस
इस स्कूल की छात्राएं जो ड्रेस पहनती हैं, उसे मशहूर डिजाइनर साब्यसाची मुखर्जी ने डिजाइन किया है। यह फैक्ट भी काफी हैरान कर देने वाला है। ये स्कूल सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बना हुआ है।
लेखक के बारे में
सौरभ दीक्षित
सौरभ दीक्षित नवभारतटाइम्स.कॉम में सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर हैं। ये यहां बिजनस सेक्शन में अपना योगदान देते हैं। उन्हें पत्रकारिता में 10 साल से अधिक अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत साल 2016 में हिन्दुस्तान से की थी। शुरुआत में नोएडा और गाजियाबाद में रिपोटिंग पर काम किया। इस दौरान बिजनेस, एजुकेशन, इनकम टैक्स और क्राइम बीट को कवर किया। इसके बाद अमर उजाला में रिपोर्टिंग और गाजियाबाद डेस्क पर काम किया। साल 2021 में ऑनलाइन का रुख किया और टीवी 9 भारतवर्ष से जुड़े।... और पढ़ें

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