[ ईटी ब्यूरो | मुंबई ]
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सभी एटीएम और कैश निकालने वाली मशीनों को ~500 और ~2000 के नए नोटों के हिसाब से एडजस्ट करने के लिए डिप्टी गवर्नर एस एस मूंदड़ा की अगुवाई में एक टास्क फोर्स बनाया है। रिजर्व बैंक की तरफ से जारी मीडिया रिलीज के मुताबिक टास्क फोर्स सुनियोजित तरीके से सभी एटीएम के री-एक्टिवेशन का काम तेज करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि उससे नए नोट निकलें।
मंगलवार की आधी रात से ~1000 और ~500 के पुराने नोट बंद किए जाने के ऐलान के बाद पिछले तीन दिनों से एटीएम के कैश लेने में कस्टमर्स को बड़ी दिक्कत हो रही है। बहुत से एटीएम में नए नोट अब भी डाले नहीं जा रहे हैं और सौ रुपये के नोट बहुत कम होने की वजह से कई एटीएम का शटर डाउन है।
टास्क फोर्स में फाइनेंस मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट ऑफ इकनॉमिक अफेयर्स और डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज के एक-एक रिप्रेजेंटेटिव होंगे। इसमें होम मिनिस्ट्री का भी एक रिप्रेजेंटेटिव होगा। इसमें सबसे बड़े एटीएम नेटवर्क वाले एसबीआई, एक्सिस बैंक, ICICI बैंक और HDFC बैंक का एक आदमी भी होगा। टास्कफोर्स में नेशनल पेमेंट्स कॉर्प ऑफ इंडिया (NPCI) का एक रिप्रेजेंटेटिव और आरबीआई के करेंसी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट का चीफ जनरल मैनेजर (सीजीएम) होगा। इनके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम के सीजीएम इसके मेंबर सेक्रेटरी होंगे। आरबीआई ने कहा, 'एटीएम के री-एक्टिवेशन से बैंक कस्टमर्स के लिए करेंसी नोटों की उपलब्धता और निकासी बढ़ेगी। इससे समुचित समय और जगह पर एटीएम में ज्यादा और कम वैल्यू के नोट समुचित अनुपात में डाले जाएंगे।' टास्क फोर्स की चर्चा में शामिल होने के लिए एटीएम ऑफिस एक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम) के रिप्रेजेंटेटिव, ATM सर्विस प्रोवाइडर, कैश इन ट्रांजिट (CIT) कंपनियां और व्हाइट लेबल एटीएम (WLA) ऑपरेटर को भी बुलाया जाएगा।