नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों में टायरों में हवा के दबाव की निगरानी प्रणाली से संबंधी दिशानिर्देश जारी किए हैं। एक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने जीएसआर 457 (ई) द्वारा सीएमवीआर 1989 में संशोधन किए हैं। इसके तहत अधिकतम 3.5 टन मास तक के वाहनों के लिए टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) का सुझाव दिया गया है। यह वाहन के चलते रहने की स्थिति में टायर या इसके वेरिएशन के इंफ्लेशन दबाव की निगरानी करता है और चालक को अग्रिम रूप से जानकारी देता है। इसके माध्यम से सड़क सुरक्षा में बढ़ोतरी करता है। साथ ही इसमें टायर मरम्मत किट की अनुशंधा की गई। इसमें टायर पंक्चर (ट्यूबलेस टायर) होने के समय रिपेयर किट के उपयोग से सीलेंट को टायर ट्रेड में पंक्चर हुए स्थान पर एयर सील के साथ डाला जाता है। अगर टायर रिपेयर किट और टीपीएमएस उपलब्ध कराया गया है तो ऐसे वाहनों में अब अतिरिक्त टायरों की आवश्यकता समाप्त हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप, यह अधिक जगह उपलब्ध कराएगा जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी आदि को समायोजित किया जा सकता है।
सड़क मंत्रालय ने टायरों में हवा की निगरानी के दिशानिर्देश जारी किए
नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों में टायरों में हवा के दबाव की निगरानी प्रणाली से संबंधी दिशानिर्देश जारी किए हैं। एक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने जीएसआर 457 (ई) द्वारा सीएमवीआर 1989 में संशोधन किए हैं। इसके तहत अधिकतम 3.5 टन मास तक के वाहनों के लिए टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) का सुझाव दिया गया है। यह वाहन के चलते रहने की स्थिति में टायर या इसके वेरिएशन के इंफ्लेशन दबाव की निगरानी करता है और चालक को अग्रिम रूप से जानकारी देता है। इसके माध्यम से सड़क सुरक्षा
भाषा 22 Jul 2020, 8:50 pm