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कोरोना संकट के बीच वित्त वर्ष 2020 में SAIL को 2021 करोड़ का नेट प्रॉफिट

वित्त वर्ष 2019-20 में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने 2 हजार करोड़ से अधिक के शुद्ध मुनाफे के साथ 61 हजार करोड़ से भी अधिक का कारोबार किया। कंपनी ने टैक्स समेत (PBT) कुल 3170.66 करोड़ लाभ दर्ज किया है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 10 Jul 2020, 8:49 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम SAIL

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने आज वित्त वर्ष 2019-20 के अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान टैक्स समेत (PBT) कुल 3170.66 करोड़ लाभ दर्ज किया है और टैक्स चुकाने के बाद (PAT) 2021.54 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया है। सेल ने यह लाभ कोरोना वायरस महामारी के साथ ही चुनौतीपूर्ण बाजार की स्थितियों के बावजूद अर्जित किया गया है। इस दौरान कंपनी ने कुल 61024.88 करोड़ रुपये का कारोबार किया है।

पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले EBITDA बेहतर रहा
कंपनी का वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान प्रति टन विक्रेय स्टील EBITDA 7869 रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2018 -19 के 7284 रुपये के मुक़ाबले बेहतर है। इसी के साथ कंपनी ने EBIDTA / कारोबार के मोर्चे पर भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए 18.35% EBITDA / कारोबार दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के 15.52% के मुक़ाबले अधिक है। सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 में अब तक का सर्वाधिक 142.3 लाख टन विक्रय दर्ज किया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 के मुक़ाबले वित्त वर्ष 2019-20 में निर्यात में 54% की बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए, अब तक का सर्वाधिक 11.8 लाख टन लाख का निर्यात किया है, जो कंपनी की अपने बाज़ार के विस्तार करने की सुनियोजित रणनीतियों का परिणाम है।

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देश में सबसे ज्यादा क्रूड स्टील उत्पादक कंपनी
कंपनी वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 161.5 लाख टन कच्चे इस्पात उत्पादन के साथ, फिर से सबसे बड़े क्रूड स्टील उत्पादक कंपनी के रूप में उभरी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 150.83 लाख टन विक्रेय इस्पात उत्पादन किया है, जो अब का सर्वाधिक है। इसी वित्त वर्ष के दौरान कंपनी इस्पात उत्पादन के लिए ज़रूरी (इनपुट) खनिजों की सबसे अधिक खनन करने वाली कंपनी बनी है। कंपनी ने कुल 324.06 लाख टन लौह अयस्क, फ्लक्स (चूना पत्थर और डोलोमाइट), कोकिंग कोल और गैर-कोकिंग कोयले का खनन किया है। कंपनी ने कुशल संयंत्र प्रचालन के लिए अपने तकनीकी-आर्थिक मानकों को भी बेहतर किया है। सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान स्पेसिफिक एनर्जी कंजंप्शन में अब तक का सर्वाधिक वार्षिक सुधार 6.47 गीगा कैलोरी / प्रति टन क्रूड स्टील दर्ज किया है, जो वित्त वर्ष 2018-19 के 6.50 गीगा कैलोरी / प्रति टन क्रूड स्टील के मुक़ाबले बेहतर है। सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 1.80 टन / क्यूबिक मीटर / दिन ब्लास्ट फर्नेस उत्पादकता दर्ज किया है, जो वित्त वर्ष 2018-19 के 1.65 टन / क्यूबिक मीटर / दिन के मुक़ाबले अधिक है। सेल अपने उत्पादन को बढ़ाने और अपने सभी संयंत्रों में नई और आधुनिक इकाइयों को स्टेबलाइज़ करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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लगातार दो वित्तीय वर्ष से कंपनी फायदे में
सेल के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार चौधरी ने कहा, 'सेल इस चुनौतीपूर्ण दौर में भी पिछले लगातार दो वित्तीय वर्षों से लाभ हासिल करना जारी रखे हुए है। सरकार की सहायक नीतियों ने कंपनी के लाभ को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी लगातार विक्रय, वैल्यू एडेड एवं स्पेशल स्टील और नए उत्पादों की हिस्सेदारी बढ़ाने तथा लागत को अनुकूलतम बनाए रखने के लगातार प्रयासों के जरिये अपने निष्पादन को लगातार बेहतर बनाने में लगी हुई है। सरकार का 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' का जोरदार अभियान घरेलू स्टील की खपत को बढ़ाने में मदद करेगा। सेल पहले से ही बाजार की बढ़ती मांग के अनुसार अपने उत्पादन को बढ़ाने में लगा हुआ है और अपने निष्पादन को और अधिक बेहतर बनाने में जुटा हुआ है।'

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