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देखिए, 43 साल पहले शशि कपूर की इस फिल्म में कैसे महसूस हुई जीएसटी की जरूरत

यूं तो एक देश, एक टैक्स की अवधारणा पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को मूर्त रूप देने में करीब...

नवभारतटाइम्स.कॉम 6 Jul 2017, 8:03 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम प्रतीकात्मक तस्वीर।
प्रतीकात्मक तस्वीर।

यूं तो एक देश, एक टैक्स की अवधारणा पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को मूर्त रूप देने में करीब 17 सालों का वक्त लगा, लेकिन इसकी जरूरत बहुत पहले से महसूस की जा रही थी। 43 साल पहले रिलीज हुई अभिनेता शशि कपूर की फिल्म रोटी, कपड़ा और मकान के एक सीन में भी टैक्सेशन की तत्कालीन व्यवस्था की पीड़ा दिखाई गई थी।

फिल्म में अभिनेता शशि कपूर एक धनी व्यापारी मोहन बाबू की भूमिका में हैं। एक सीन में उनका अकाउंटेंट देश के टैक्स सिस्टम को गलत बताता है। इस पर मोहन बाबू यानी शशि कपूर कहते हैं कि अगर यह व्यवस्था गलत है भी तो वक्त के साथ सुधार हो जाएगा।

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इस क्लिप में 29 सेकंड से 1 मिनट 45 सेकंड के बीच इस बात का जिक्र है।

गौरतलब है कि 1 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित भव्य कार्यक्रम में बटन दबाकर जीएसटी लॉन्च किया। इससे देश की इनडायरेक्ट टैक्स सिस्टम में आमूलचूल बदलाव आएगा। कहा जा रहा है कि इस बदलाव से भारत की अर्थव्यवस्था में करीब 2 प्रतिशत की उछाल आएगी।

पढ़ें: जानें, 17 साल में किन-किन पड़ावों से होकर मंजिल पर पहुंचा GST

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