नई दिल्ली
निजी क्षेत्र की एविएशन कंपनी स्पाइसजेट अपने पायलटों को अप्रैल और मई महीने के दौरान वेतन नहीं देने का फैसला किया है। इस दौरान जिन पायलटों की कार्गो फ्लाइट को उड़ाने में ड्यूटी लगेगी, उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से पैसा मिलेगा। इस आशय का ईमेल कंपनी के चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने सभी पायलटों को आज सुबह 10 बजे के करीब भेजा है। इस मेल को पाने के बाद कंपनी के पायलटों की बेचैनी बढ़ गई है क्योंकि उन्हें बीते मार्च महीने में भी पूरा वेतन नहीं मिला था। अप्रैल और मई का वेतन नहीं
कैप्टन अरोड़ा ने अपने मेल की शुरूआत करते हुए लिखा है- डियर पायलट्स, वी विल नॉट बी गेटिंग ऐनी सैलरी फॉर एप्रल ऐंड मे 2020। दोज ऑफ अस, हू हैव बीन फ्लाइंग कार्गो, विल गेट पेड फॉर द ब्लॉक आवर फ्लॉन... मतलब है कि उन्हें इस महीने और अगले महीने वेतन नहीं मिलेगा। जो मालवाही उड़ान का संचालन करेंगे, उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से वेतन मिलेगा।
क्या होता है ब्लॉक आवर फ्लॉन?
ब्लॉक आवर फ्लॉन का मतलब है कि पायलट ने जितने बजे से विमान का पहिया हिलाया और जितने बजे तक विमान का पहिया स्थिर हुआ, वह समय। मतलब कि विमान दिल्ली से कोलकाता जाने में यदि दो घंटे का समय लिया तो उसी समय का पैसा। उल्लेखनीय है कि पायलट विमान उड़ाने से घंटों पहले घर छोड़ देते हैं, उन्हें विमान में घुसने से पहले अल्कोहल टेस्टिंग भी कराना पड़ता है।
कितना मिलेगा यह भी स्पष्ट नहीं
स्पाइजेट के एक पायलट का कहना है कि ब्लॉक फ्लॉन आवर की अवधि के लिए उन्हें कितना पैसा मिलेगा, यह भी स्पष्ट नहीं हुआ है। इससे पहले मार्च में उन्हें 25 से 31 तारीख तक लीव विदाउट पे कर दिया गया था और वेतन भी काट कर मिला था।
सरकार के निर्देशों का उल्लंघन
प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ही अपील की थी कि कोई भी कंपनी अपने कर्मचारियों को न तो नौकरी से निकालें और न ही वेतन काटें। लेकिन तब भी इस तरह का फैसला लिया गया है।
निजी क्षेत्र की एविएशन कंपनी स्पाइसजेट अपने पायलटों को अप्रैल और मई महीने के दौरान वेतन नहीं देने का फैसला किया है। इस दौरान जिन पायलटों की कार्गो फ्लाइट को उड़ाने में ड्यूटी लगेगी, उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से पैसा मिलेगा। इस आशय का ईमेल कंपनी के चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने सभी पायलटों को आज सुबह 10 बजे के करीब भेजा है। इस मेल को पाने के बाद कंपनी के पायलटों की बेचैनी बढ़ गई है क्योंकि उन्हें बीते मार्च महीने में भी पूरा वेतन नहीं मिला था।
कैप्टन अरोड़ा ने अपने मेल की शुरूआत करते हुए लिखा है- डियर पायलट्स, वी विल नॉट बी गेटिंग ऐनी सैलरी फॉर एप्रल ऐंड मे 2020। दोज ऑफ अस, हू हैव बीन फ्लाइंग कार्गो, विल गेट पेड फॉर द ब्लॉक आवर फ्लॉन... मतलब है कि उन्हें इस महीने और अगले महीने वेतन नहीं मिलेगा। जो मालवाही उड़ान का संचालन करेंगे, उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से वेतन मिलेगा।
क्या होता है ब्लॉक आवर फ्लॉन?
ब्लॉक आवर फ्लॉन का मतलब है कि पायलट ने जितने बजे से विमान का पहिया हिलाया और जितने बजे तक विमान का पहिया स्थिर हुआ, वह समय। मतलब कि विमान दिल्ली से कोलकाता जाने में यदि दो घंटे का समय लिया तो उसी समय का पैसा। उल्लेखनीय है कि पायलट विमान उड़ाने से घंटों पहले घर छोड़ देते हैं, उन्हें विमान में घुसने से पहले अल्कोहल टेस्टिंग भी कराना पड़ता है।
कितना मिलेगा यह भी स्पष्ट नहीं
स्पाइजेट के एक पायलट का कहना है कि ब्लॉक फ्लॉन आवर की अवधि के लिए उन्हें कितना पैसा मिलेगा, यह भी स्पष्ट नहीं हुआ है। इससे पहले मार्च में उन्हें 25 से 31 तारीख तक लीव विदाउट पे कर दिया गया था और वेतन भी काट कर मिला था।
सरकार के निर्देशों का उल्लंघन
प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ही अपील की थी कि कोई भी कंपनी अपने कर्मचारियों को न तो नौकरी से निकालें और न ही वेतन काटें। लेकिन तब भी इस तरह का फैसला लिया गया है।