मुंबई / नयी दिल्ली , 25 अक्टूबर (भाषा) परिसंपत्ति की गुणवत्ता में अच्छा - खासा सुधार और अनुषंगी कंपनी में हिस्सेदारी बेचने से प्राप्त लाभ से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में करीब छह गुना बढ़कर 3,375 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में मुनाफा 576.46 करोड़ रुपये था। बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि अर्थव्यवस्था में नरमी के बीच कंपनियां स्वीकृत कार्यशील पूंजी की सीमा से कम पैसे निकाल रहीं है। इससे कर्ज वृद्धि 9 प्रतिशत के दायरे में सीमित रही और बैंक को खुदरा कर्ज पर ज्यादा ध्यान देने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक बार चीजें ठीक होने के बाद कॉरपोरेट कर्ज बही खाते की हिस्सेदारी फिर से बढ़ेगी। एसबीआई ने शेयर बाजारों को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय बढ़कर 89,347.91 करोड़ रुपये रही , जो एक साल पहले इसी तिमाही में 79,302.72 करोड़ रुपये थी। बैंक ने कहा , " असाधारण मदों में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में निवेश की आंशिक बिक्री से हुआ 3,190 करोड़़ रुपये का लाभ शामिल है। इस बिक्री से अपनी अनुषंगी बीमा कंपनी में एसबीआई की हिस्सेदारी 62.10 प्रतिशत से घटकर 57.60 प्रतिशत रह गई। स्टेट बैंक ने सितंबर में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में 4.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी। एकल आधार पर , एसबीआई का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में लगभग तीन गुना बढ़कर 3,011.73 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की इसी तिमाही में बैंक ने 944.87 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ दर्ज किया था। जुलाई - सितंबर तिमाही में बैंक की एकल आय बढ़कर 72,850.78 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 66,607.98 करोड़ रुपये था। ब्याज से शुद्ध आय सालाना आधार पर 17 प्रतिशत बढ़कर 24,600 करोड़ रुपये रही। बैंक का ब्याज से शुद्ध मार्जिन सितंबर तिमाही में सुधरकर 3.22 प्रतिशत पर रहा , जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 2.78 प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता भी सुधरी है। 30 सितंबर तक बैंक का सकल एनपीए (अवरुद्ध परिसम्पत्तियां या रिण) गिरकर सकल ऋण का 7.19 प्रतिशत रह गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 9.95 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी 4.84 प्रतिशत से गिरकर 2.79 प्रतिशत पर आ गयीं। मूल्य के आधार पर , सकल एनपीए 2.05 लाख करोड़ रुपये से कम होकर 1.61 लाख करोड़ रुपये पर आ गयीं। इसी प्रकार , एनपीए के लिए नुकसान का प्रावधान भी एक साल पहले इसी तिमाही के 11,396.87 करोड़ रुपये की तुलना में घट कर इस बार 10,381.31 करोड़ रुपये रहा। प्रोविजन कवरेज अनुपात 30 सितंबर 2019 तक 81.23 प्रतिशत पर रहा। कुमार ने कहा कि एसबीआई ने डीएचएफएल को 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है और इस खाते के तीसरे तिमाही में एनपीए होने की आशंका है। बैंक ने कर्ज के 20 प्रतिशत को पहले ही प्रावधान के रूप में अलग कर दिया है। डीएचएफएल को दिए कर्ज को लेकर बैंकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कुमार ने कहा कि एसबीआई के पास किसी परिस्थिति से निपटने की क्षमता है।
बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता, हिस्सेदारी बिक्री से भारतीय स्टेट बैंक का मुनाफा 6 गुना बढ़ा
मुंबई / नयी दिल्ली , 25 अक्टूबर (भाषा) परिसंपत्ति की गुणवत्ता में अच्छा - खासा सुधार और अनुषंगी कंपनी में हिस्सेदारी बेचने से प्राप्त लाभ से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में करीब छह गुना बढ़कर 3,375 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में मुनाफा 576.46 करोड़
भाषा 25 Oct 2019, 9:10 pm