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टैलबॉट प्लांट को खरीदेगा टाटा स्टील का ब्रिटिश स्टाफ!

[ ईटी ब्यूरो | मुंबई ]टाटा स्टील के ब्रिटेन में पोर्ट टैलबॉट प्लांट को खरीदने पर इस प्लांट का सीनियर मैनेजमेंट विचार कर रहा है। मैनेजिंग डायरेक्टर ...

नवभारतटाइम्स.कॉम 21 Apr 2016, 9:00 am

[ ईटी ब्यूरो | मुंबई ]

टाटा स्टील के ब्रिटेन में पोर्ट टैलबॉट प्लांट को खरीदने पर इस प्लांट का सीनियर मैनेजमेंट विचार कर रहा है। मैनेजिंग डायरेक्टर स्टुअर्ट विल्कि की अगुवाई में सीनियर मैनेजर्स घाटे में चल रहे इस प्लांट को प्राइवेट इनवेस्टर्स और सरकारी मदद के साथ खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।

टाटा स्ट्रिप प्रॉडक्ट्स यूके के मैनेजिंग डायरेक्टर विल्कि का मैनेजर्स के उस ग्रुप का लीडर बनाया गया है, जो प्लांट को बचाने के लिए इनवेस्टर्स की खोज करने के साथ ही सरकार से मदद मांग रहा है। ग्रुप को इसे लेकर एक प्लान पेश करना है।

ब्रिटेन के समाचार पत्र गार्डियन के मुताबिक, इस प्लान के तहत एंप्लॉयीज से भी इनवेस्टमेंट करने को कहा जा सकता है। इस तरह की खरीद को मैनेजमेंट बायआउट कहा जाता है। इसमें कंपनी की मैनेजमेंट टीम उन एसेट्स और ऑपरेशंस को खरीदती है, जिनका वह मैनेजमेंट करती है।

इस बारे में टाटा स्टील ने ईमेल से दिए एक जवाब में कहा कि कंपनी सार्वजनिक तौर पर संभावित इनवेस्टर्स या बिडर्स का नाम नहीं ले रही और न ही उनकी पुष्टि कर रही है।

बुधवार को बीएसई पर टाटा स्टील का शेयर 6.52 पर्सेंट चढ़कर 356.85 रुपये पर बंद हुआ।

इससे पहले विल्कि ने पोर्ट टैलबॉट प्लांट को घाटे से उबारने के लिए एक योजना पेश की थी, जिसे टाटा स्टील के बोर्ड ने अस्वीकार करने के बाद प्लांट को बेचने का फैसला किया था। बोर्ड ने इस योजना को महंगा और जोखिमपूर्ण बताया था।

पोर्ट टैलबॉट ब्रिटेन में टाटा स्टील का सबसे बड़ा प्लांट है। इसमें 4,000 से अधिक एंप्लॉयीज काम करते हैं। अभी तक प्लांट को खरीदने में केवल भारतीय मूल मूल के संजीव गुप्ता की कंपनी लिबर्टी हाउस ने दिलचस्पी दिखाई है।

स्टील वर्कर्स की यूनियन, कम्युनिटी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम सभी संभावित नए मालिकों की ओर से दिलचस्पी का स्वागत करते हैं। हमें इस बात की जानकारी है कि मैनेजमेंट बायआउट पर विचार किया जा रहा है।'

टाटा स्टील ने 11 अप्रैल को ब्रिटेन में अपने पूरे कारोबार को बेचने की प्रक्रिया शुरू की थी। टाटा स्टील ने यह कारोबार 2007 में कमोडिटी साइकल के चरम पर होने के समय कोरस से खरीदा था। कंपनी इस बिजनेस को खरीदने के बाद से ही नुकसान का सामना कर रही है। इसके पीछे कमजोर डिमांड और चीन से सस्ता इम्पोर्ट जैसे कारण हैं। कंपनी ने प्लांट को बेचने के लिए 190 संभावित फाइनेंशियल और इंडस्ट्रियल इनवेस्टर्स से संपर्क किया है।

टाटा स्टील ने पिछले सप्ताह अपना लॉन्ग प्रॉडक्ट्स बिजनेस ग्रेबुल को बेच दिया था। ब्रिटेन में अब कंपनी के पास पोर्ट टैलबोट प्लांट का स्ट्रिप बिजनेस और इससे जुड़ी रोलिंग मिल्स बची हैं।

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