नई दिल्ली
भोजन की बर्बादी को लेकर बहुत कम लोग ही गंभीर होते हैं। इसलिए, हममें से ज्यादातर लोग जरूरत से ज्यादा खान ले लेते हैं और फिर नहीं खाने पर कुछ ना कुछ खाना बर्बाद हो जाता है। अगर आप किसी कंपनी के एंप्लॉयी हैं और आपकी ही तरह सैकड़ों लोग थोड़ा-थोड़ा खाना बर्बाद कर रहे हों तो वक्त थोड़ा रुककर उनके बारे में सोचने का है जिन्हें एक वक्त की रोटी भी मयस्सर नहीं।
हमारे देश में भूख की समस्या इतनी गंभीर है कि भोजन की मात्रा के प्रति लापरवाही दरअसल अपराध के समान है। शायद इसी गंभीरता को समझते हुए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने फूड कोर्ट में कर्मचारियों को चौकन्ना करने का शानदार तरीका अपनाया।
कंपनी के बेंगलुरु ऑफिस वाले फूड कोर्ट में एक नोटिस के जरिए यह बताया जाने लगा है कि कर्मचारियों ने फलां दिन कितना खाना बर्बाद किया और उस खाने से कितने लोगों का पेट भरा जा सकता था। साहिबा सिंह ने इस नोटिस को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया। इसमें कहा गया है कि कल 45 किलो खाना बर्बाद हुआ जिसे 180 लोगों को खिलाया जा सकता था।
उम्मीद है कि टीसीएस की इस पहल का उनके कर्मचारियों पर असर तो होगा ही, इस खबर को पढ़कर हम भी भोजन की मात्रा के प्रति सजग होंगे।
भोजन की बर्बादी को लेकर बहुत कम लोग ही गंभीर होते हैं। इसलिए, हममें से ज्यादातर लोग जरूरत से ज्यादा खान ले लेते हैं और फिर नहीं खाने पर कुछ ना कुछ खाना बर्बाद हो जाता है। अगर आप किसी कंपनी के एंप्लॉयी हैं और आपकी ही तरह सैकड़ों लोग थोड़ा-थोड़ा खाना बर्बाद कर रहे हों तो वक्त थोड़ा रुककर उनके बारे में सोचने का है जिन्हें एक वक्त की रोटी भी मयस्सर नहीं।
हमारे देश में भूख की समस्या इतनी गंभीर है कि भोजन की मात्रा के प्रति लापरवाही दरअसल अपराध के समान है। शायद इसी गंभीरता को समझते हुए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने फूड कोर्ट में कर्मचारियों को चौकन्ना करने का शानदार तरीका अपनाया।
कंपनी के बेंगलुरु ऑफिस वाले फूड कोर्ट में एक नोटिस के जरिए यह बताया जाने लगा है कि कर्मचारियों ने फलां दिन कितना खाना बर्बाद किया और उस खाने से कितने लोगों का पेट भरा जा सकता था। साहिबा सिंह ने इस नोटिस को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया। इसमें कहा गया है कि कल 45 किलो खाना बर्बाद हुआ जिसे 180 लोगों को खिलाया जा सकता था।
उम्मीद है कि टीसीएस की इस पहल का उनके कर्मचारियों पर असर तो होगा ही, इस खबर को पढ़कर हम भी भोजन की मात्रा के प्रति सजग होंगे।