[ मिहिर मिश्रा | नई दिल्ली ]
मोदी सरकार के डीमॉनेटाइजेशन के कदम से एयरलाइंस की प्राइसिंग पावर छिन गई है। पिछले वर्ष नवंबर में डीमॉनेटाइजेशन की घोषणा के बाद से देश में हवाई किराए में औसतन 35 पर्सेंट की कमी आई है।
देश के दूसरे सबसे बड़े ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल यात्राडॉटकॉम के डेटा से पता चलता है कि नवंबर 2016 से जनवरी 2017 के बीच देश के सभी महत्वपूर्ण रूट्स पर हवाई किराए इससे पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में कम हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा की थी। ये नोट उस समय सिस्टम में मौजूद करेंसी में लगभग 86 पर्सेंट का योगदान रखते थे। इन नोटों पर प्रतिबंध लगने से डिमांड में भारी कमी आई थी और ऐसा अनुमान है कि डीमॉनेटाइजेशन के चलते ग्रॉस डोमेस्टिक प्रॉडक्ट (जीडीपी) 2 पर्सेंट तक घट सकता है।
देश की बड़ी एयरलाइंस में शामिल इंडिगो का कहना है कि डीमॉनेटाइजेशन के बाद कंज्यूमर्स का खर्च कम हुआ है और इसका असर हवाई किराए पर भी पड़ा है। इंडिगो के सीएफओ रोहित फिलिप ने हाल में कहा था, 'नवंबर में लागू हुई नई डीमॉनेटाइजेशन पॉलिसी से नवंबर के पूरे महीने के लिए हमारी यील्ड 20 पर्सेंट और दिसंबर में 17 पर्सेंट घटी है। हालांकि, जनवरी में इसमें कमी लगभग 10 पर्सेंट की रहने का अनुमान है। हम उम्मीद करते हैं कि डीमॉनेटाइजेशन का असर समाप्त हो गया है।'
एयर ट्रैवल की डिमांड पर असर नहीं पड़ा है क्योंकि इस इंडस्ट्री में अधिकतर पेमेंट्स डिजिटल तरीकों से किए जाते हैं लेकिन अंतिम समय में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स की संख्या कम होने से एयरलाइंस की प्राइसिंग पावर घटी है।
एक फुल-सर्विस एयरलाइन के सीनियर एग्जिक्यूटिव ने कहा, 'नवंबर और दिसंबर के दौरान औसत किराए में बड़ी कमी आई थी, लेकिन जनवरी कुछ बेहतर दिखा है। हमारी प्राइसिंग पावर चली गई है और इसकी वजह शायद अंतिम समय में टिकट बुक कराने वाले यात्रियों की संख्या कम होना है। इनमें कॉरपोरेट ट्रैवलर्स शामिल हैं।'
ट्रैवल इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि किराए पर असर का कारण एयरलाइंस की कैपेसिटी बढ़ना है और इससे डिमांड-सप्लाई में अंतर बना है।
यात्रा डॉटकॉम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शरत ढल ने कहा, 'हमारा मानना है कि औसत किराए में कमी की वजह एयरलाइंस की कैपेसिटी में वृद्धि है। डीमॉनेटाइजेशन के बावजूद पिछले वर्ष डोमेस्टिक पैसेंजर्स की संख्या 23 पर्सेंट बढ़ी है। इसका मतलब है कि एविएशन सेक्टर पर कोई बड़ा असर नहीं हुआ है।'
डीमॉनेटाइजेशन के बाद भी पैसेंजर्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। नवंबर और दिसंबर के महीनों में एयर पैसेंजर्स की संख्या में क्रमश: 22.45 पर्सेंट और 23.91 पर्सेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ये दोनों महीने देश में एयरलाइंस के बिजनेस के लिहाज से सबसे व्यस्त भी माने जाते हैं।