दुबई
International Flights: अगर भारत 1 नवंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और अन्य देशों के लिए सामान्य एयरलाइन सेवाएं बहाल करता है तो हवाई टिकट की दरों में तत्काल गिरावट देखी जा सकती है। यह बात गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट में कही गई है। शुरुआती बुकिंग के आंकड़ों के आधार पर, नवंबर के शुरुआती दिनों में नई दिल्ली से दुबई का किराया घट कर Dh900-Dh1,7000 (करीब 18321.12-142497.61 रुपये) रह सकता है, जबकि मुंबई से किराया Dh2,000 (करीब 40713.60 रुपये) से कम रह सकता है। कोच्चि-दुबई उड़ानें Dh960 (करीब 19542.53 रुपये) से शुरू होती हैं, और तिरुवनंतपुरम से किराया Dh1,800 (36642.24 रुपये) तक हो सकता है। इस बीच दुबई से नई दिल्ली और मुंबई के लिए हवाई किराया, जो पिछले महीने तक Dh300 (6107.04 रुपये) से Dh500 (10178.40 रुपये) तक था, में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा सकती है। तेजी से बढ़ते किराए के अलावा भारत से आने वाले यात्रियों को रैपिड पीसीआर टेस्ट का खर्च भी वहन करना पड़ता है, जो प्रस्थान के छह घंटे के भीतर कराना होता है। भारत में हवाई अड्डे के आधार पर, इसकी कीमत Dh190–Dh220 (3867.79-4478.50 रुपये) हो सकती है। कोविड19 की वजह से पिछले साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाई गई रोक को भारत कई बार बढ़ा चुका है। लेकिन अब कोरोनावायरस के मामलों में कमी हो देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि 1 नवंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से बहाल कर सकता है।
अभी एयर बबल समझौते के तहत संचालित हो रही हैं उड़ानें
अभी भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच 'एयर बबल' समझौते के तहत उड़ानों का संचालन हो रहा है। समझौते के अंतर्गत इस रूट पर संचालित उड़ानों की संख्या सीमित है। सीटों की कमी और उच्च डिमांड की वजह से भारत-यूएई रूट पर किराया वर्तमान में अधिक है। भारत ने पहले घोषणा की थी कि वह 15 अक्टूबर से चार्टर्ड उड़ानों से भारत आने के इच्छुक विदेशियों को पर्यटक वीजा देगा। चार्टर्ड विमानों के अलावा अन्य उड़ानों से भारत आने वाले लोग 15 नवंबर से ऐसा कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें: नहीं घटेगा रेल टिकट का दाम, आईआरसीटीसी से संबंधित फैसले को समझिए
यूएई में अभी पीक पर जाने वाले है टूरिज्मयूएई एक्सपो 2020 और टी20 विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इसलिए वह पर्यटन सीजन के पीक में प्रवेश कर रहा है, जो नवंबर से शुरू होकर मार्च तक चलता है। टिकट दरों पर भी इसका असर पड़ सकता है। अगस्त में, शारजाह के एयर अरबिया के प्रमुख अदेल अली ने संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच एक हवाई सेवा समझौते के बजाय, दोनों देशों के बीच एक खुले आसमान की नीति का आह्वान किया। ओपन स्काई हवाई सेवा समझौता दोनों देशों की एयरलाइनों को असीमित संख्या में उड़ानों के साथ-साथ एक-दूसरे के अधिकार क्षेत्र में सीटों की अनुमति देता है।
International Flights: अगर भारत 1 नवंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और अन्य देशों के लिए सामान्य एयरलाइन सेवाएं बहाल करता है तो हवाई टिकट की दरों में तत्काल गिरावट देखी जा सकती है। यह बात गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट में कही गई है। शुरुआती बुकिंग के आंकड़ों के आधार पर, नवंबर के शुरुआती दिनों में नई दिल्ली से दुबई का किराया घट कर Dh900-Dh1,7000 (करीब 18321.12-142497.61 रुपये) रह सकता है, जबकि मुंबई से किराया Dh2,000 (करीब 40713.60 रुपये) से कम रह सकता है। कोच्चि-दुबई उड़ानें Dh960 (करीब 19542.53 रुपये) से शुरू होती हैं, और तिरुवनंतपुरम से किराया Dh1,800 (36642.24 रुपये) तक हो सकता है।
अभी एयर बबल समझौते के तहत संचालित हो रही हैं उड़ानें
अभी भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच 'एयर बबल' समझौते के तहत उड़ानों का संचालन हो रहा है। समझौते के अंतर्गत इस रूट पर संचालित उड़ानों की संख्या सीमित है। सीटों की कमी और उच्च डिमांड की वजह से भारत-यूएई रूट पर किराया वर्तमान में अधिक है। भारत ने पहले घोषणा की थी कि वह 15 अक्टूबर से चार्टर्ड उड़ानों से भारत आने के इच्छुक विदेशियों को पर्यटक वीजा देगा। चार्टर्ड विमानों के अलावा अन्य उड़ानों से भारत आने वाले लोग 15 नवंबर से ऐसा कर सकेंगे।
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यूएई में अभी पीक पर जाने वाले है टूरिज्मयूएई एक्सपो 2020 और टी20 विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इसलिए वह पर्यटन सीजन के पीक में प्रवेश कर रहा है, जो नवंबर से शुरू होकर मार्च तक चलता है। टिकट दरों पर भी इसका असर पड़ सकता है। अगस्त में, शारजाह के एयर अरबिया के प्रमुख अदेल अली ने संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच एक हवाई सेवा समझौते के बजाय, दोनों देशों के बीच एक खुले आसमान की नीति का आह्वान किया। ओपन स्काई हवाई सेवा समझौता दोनों देशों की एयरलाइनों को असीमित संख्या में उड़ानों के साथ-साथ एक-दूसरे के अधिकार क्षेत्र में सीटों की अनुमति देता है।