नई दिल्ली
वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने बुधवार को कहा कि उसने भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में सरकार की हिस्सेदारी खरीदने के लिए प्रारंभिक अभिरुचि पत्र (expression of interest) दाखिल कर दिया है। भारत की दूसरे सबसे बड़े ईंधन रिटेलर कंपनी में वेदांता की दिलचस्पी उसके अपने मौजूदा तेल और गैस कारोबार के साथ तालमेल रहने के कारण है। सरकार बीपीसीएल में अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है और इसके लिए अभिरुचि पत्र (ईओआई) दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 नवंबर थी।
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बिजनस में तालमेलइससे पहले वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा था कि उनकी कंपनी बीपीसीएल के लिए बोली लगाने पर विचार करेगी क्योंकि दोनों कंपनियों के बिजनस में तालमेल है। इस बिक्री में असम की नुमालीगढ़ रिफाइनीर में बीपीसीएल की 61.65 फीसदी हिस्सेदारी शामिल नहीं है। सरकार ने इस वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 2.1 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। बुधवार को बीपीसीएल का शेयर दोपहर बाद करीब ढाई बजे 3.46 फीसदी की गिरावट के साथ 381 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।