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VIL News: केंद्र सरकार के चार साल की मोहलत से बदलेगी वोडाफोन की किस्मत

मोदी सरकार के राहत पैकेज के हिसाब से स्पेक्ट्रम और agr पेमेंट से संबंधित ड्यूज चुकाने के लिए अब देश में कारोबार कर रही टेलीकॉम कंपनियों को 4 साल की अतिरिक्त अवधि दे दी गई है

Authored byAmit Mudgill | Edited byAmit Tyagi | नवभारतटाइम्स.कॉम 16 Sep 2021, 1:29 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम voda

Vodafone-idea News: गुरुवार को वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में 10 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई. केंद्र सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर को राहत देने के लिए गुरुवार को एक राहत पैकेज की घोषणा की है. मोदी सरकार के राहत पैकेज के हिसाब से स्पेक्ट्रम और agr पेमेंट से संबंधित ड्यूज चुकाने के लिए अब देश में कारोबार कर रही टेलीकॉम कंपनियों को 4 साल की अतिरिक्त अवधि दे दी गई है.

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टेलीकॉम जगत के जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार का राहत पैकेज टेलीकॉम कंपनियों के सालाना कैश आउट फ्लो को सुधारने में मदद कर सकता है. vodafone-idea जैसी कर्ज से जूझ रही कंपनियों को सरकार के पैकेज से बहुत राहत मिलने की उम्मीद है.

अगर केंद्र सरकार के टेलीकॉम राहत पैकेज की बात करें तो इसमें लंबी अवधि में टेलिकॉम कारोबार सुधारने के उपाय भी शामिल हैं. केंद्र सरकार ने भविष्य में स्पेक्ट्रम खरीद पर एसयूसी चार्ज खत्म करने का ऐलान किया है. इसके साथ ही एडजेस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की परिभाषा बदलने की कोशिश की है और बैंक गारंटी की रकम में कमी की है.

टेलीकॉम कारोबार के जानकारों का मानना है कि केंद्र सरकार के इस राहत पैकेज से vodafone-idea जैसी कंपनियों की बैलेंस शीट या प्रॉफिट-लॉस पर बहुत असर अधिक असर पड़ने की आशंका नहीं है. केंद्र सरकार के राहत पैकेज के बाद भी वोडाफोन आइडिया को 4 साल के बाद अपना कर्ज चुकाने की जरूरत पड़ेगी.

इसके साथ ही 4 साल के मोरटोरियम की अवधि के लिए भी उसे ब्याज चुकाना पड़ेगा. vodafone-idea को बैंक से लिए कर्ज पर ब्याज चुकाने के लिए इक्विटी के रूप में अनुमति दी जा सकती है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि इससे इक्विटी वैल्यू क्रिएशन में कोई मदद नहीं मिल सकती.

सरकार ने देश में कारोबार कर रही टेलिकॉम कंपनियों की बैलेंस शीट या प्रॉफिट एंड लॉस के मामले में कोई राहत नहीं दिया है. इससे टेलीकॉम कंपनियों को इक्विटी वैल्यू क्रिएशन में मदद मिलने की उम्मीद नहीं है. वोडाफोन आइडिया लिमिटेड आने वाले दिनों में अपने ग्राहक संख्या में कमी देखती रहेगी क्योंकि भारती एयरटेल और जियो जैसी मजबूत प्रतिद्वंदी से उसका सामना है.


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