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91 साल की उम्र में क्यों दोबारा प्यार में पड़े DFL वाले केपी सिंह, इमोशनल है वजह

DLF के चैयरमैन केपी सिंह इन दिनों चर्चा में है। अपनी लव लाइफ को लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान खुलकर बात की। उन्होंने बताया क क्यों 91 साल की उम्र में आने के बावजूद उन्होंने एक बार फिर से प्यार के बंधन में बंधने का फैसला किया। उन्होंने अपनी नई पार्टनर के नाम का खुलासा भी किया।

Curated byबविता झा | नवभारतटाइम्स.कॉम 28 Feb 2023, 5:05 pm
नई दिल्ली: बीते कुछ दिनों ने एक खबर खूब वायरल हो रही है। डीएलएफ एमेरिटस (DLF) समूह के चेयरमैन केपी सिंह (KP Singh) इन दिनों चर्चा में है। चर्चा उनकी कंपनी को लेकर नहीं बल्कि उनकी निजी जिंदगी को लेकर हो रही है। दरअसल 91 साल के केपी सिंह एक बार फिर से प्यार में हैं। उन्होंने खुद इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे पहली पत्नी के निधन के बाद उन्हें दोबारा प्यार हुआ। उन्होंने अपनी लाइफ पार्टनर का नाम भी बताया। उन्होंने कहा कि पत्नी से किया वादा निभाते हुए वो एक बार फिर से जिंदगी की नई शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कारोबार को बढ़ाने के लिए खुद को खुश रखना पड़ता है। तनाव को कम रखना पड़ता है, इसलिए अपने लाइफ को आगे बढ़ाने के लिए मैंने ये फैसला लिया है।
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केपी सिंह


पहली पत्नी ने लिया था वायदा

एक इंटरव्यू में केपी सिंह ने बताया कि निधन से 6 महीने पहले मेरी पत्नी ने मुझसे वादा लिया था कि मैं हार नहीं मानूंगा। साल 2018 में कैंसर से उसकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद मेरे पास आगे बढ़ने के लिए एक नई लाइफ है। उन्होंने कहा कि मेरी शादीशुदा जिंदगी बहुत ही शानदार रही। मेरी पत्नी मेरी दोस्त थी। अब उसके जाने के बाद मेरी लाइफ में एक खालीपन आ गया। 65 सालों तक का साथ छूटना कैसा होता है उसका दर्द बयां कर पाना आसान नहीं है। उन्होंने बताया कि मैं बहुत खुशकिस्मत वाला हूं कि मुझे इस उम्र में एक नई पार्टनर मिल गई है। उसका नाम शीना है। वो मेरी जिंदगी के सबसे अच्छे लोगों में से एक है। वो मुझे प्रेरित करती है। हर कमद पर मेरा साथ देती है। केपी सिंह ने कहा कि शीना अब मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है।


कौन हैं केपी सिंह

केपी सिंह डीएलपीएफ के चेयरमैन हैं। केपी सिंह का पूरा नाम कुशल पाल सिंह है। साल 1961 में उन्होंने सेना छोड़कर अपने ससुर की कंपनी DFL को ज्वाइन कर दिया। साल 1946 में उनके ससुर रधुवेंद्र सिंह ने इस कंपनी की नींव रखी थी। साल 2017 में सिंह ने अपनी एक तिहाई शेयर को रेंटल आर्म GIC, सिंगापुर को भेज दिया। 1.9 अरब डॉलर मं ये डील हुई थी। साल 2020 में केपी सिंह ने डीएलएफ के चेयरमैन की कुर्सी छोड़ दी। अब उनके बेटे कमान संभालते है। पांच दशक तक इस जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने ये पद छोड़ दिया। अब वह डीएलएफ के एमेरिटस चेयरमैन हैं।


कितनी है दौलत

DLF ग्रुप रियल एस्टेट समूह की दिग्गज कंपनियों में से एक है। केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रईस अरबपतियों में शामिल हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक वो दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में 299वें पायदान पर हैं। उनका नेटवर्थ 7.63 बिलियन डॉलर यानी करीब 63200 करोड़ रुपए है।
लेखक के बारे में
बविता झा
बवीता झा नवंबर 2022 से नवभारतटाइम्स.कॉम के साथ कार्यरत हैं। टीवी के साथ पत्रकारिता करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 10 सालों से डिजिटल मीडिया में कार्यरत हैं। बिजनस जगत की खबरों को रोचकता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी खासी रुचि है। दिल्ली से पत्रकारिता में स्नातक और गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद टीवी और डिजिटल मीडिया में कार्यरत हैं। पढ़ने- लिखने के साथ उन्हें स्टेज शो का अनुभव है।... और पढ़ें

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