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लासलगांव मंडी में दो दिन में 75% उछला प्याज

एशिया में प्याज की सबसे बड़ी मंडी लासलगांव में सट्टेबाजी बढ़ने से दो दिनों में प्याज के दाम 75 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। गुरुवार को इसके दाम में 38 प्रतिशत का उछाल आया। इससे प्याज का विदेश से आयात करने की जरूरत पड़ सकती है।

इकनॉमिक टाइम्स 4 Aug 2017, 2:29 pm
जयश्री भोसले, पुणे
नवभारतटाइम्स.कॉम एशिया में प्याज की सबसे बड़ी मंडी है लासलगांव
एशिया में प्याज की सबसे बड़ी मंडी है लासलगांव

एशिया में प्याज की सबसे बड़ी मंडी लासलगांव में सट्टेबाजी बढ़ने से दो दिन में प्याज के दाम 75 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। गुरुवार को इसके दाम में 38 प्रतिशत का उछाल आया। इससे प्याज का विदेश से आयात करने की जरूरत पड़ सकती है। लासलगांव APMC में 1 अगस्त को प्याज का न्यूनतम और अधिकतम दाम क्रमश: 5 और 15 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो 2 अगस्त को बढ़कर 5 और 19 रुपये प्रति किलोग्राम और 3 अगस्त को क्रमश: 8 और 26 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।

अधिकतम दाम बहुत अधिक बढ़ने से बुधवार और गुरुवार के बीच औसत दाम 38 प्रतिशत बढ़ गया और मंगलवार से गुरुवार के बीच इसमें 75 प्रतिशत की तेजी आई। ट्रेड के सूत्रों का कहना है कि लासलगांव में कुछ ट्रेडर्स अच्छी सप्लाई के बावजूद दाम बढ़ा रहे हैं। एक सूत्र ने बताया, 'लासलगांव में भी थोक दाम दिल्ली से अधिक हैं। ट्रेडर्स रोजाना के आधार पर दाम बढ़ाते हैं, जिससे जब तक कम दाम पर खरीदा गया उनका माल अपने ठिकाने पर पहुंचे तो उसका बिक्री का दाम बहुत अधिक बढ़ जाए।'

मध्य प्रदेश में अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर 8.76 लाख टन प्याज खरीदा है। हालांकि, महाराष्ट्र के ट्रेडर्स मध्य प्रदेश से खरीद की इससे अधिक मात्रा बता रहे हैं। उनका दावा है कि मध्य प्रदेश में स्टॉक समाप्त होने से सप्लाई पर असर पड़ा है। नासिक डिस्ट्रिक्ट ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन के अध्यक्ष, सोहनलाल भंडारी ने कहा, 'मध्य सरकार की ओर से खरीदारी और दक्षिण भारत से खरीफ की फसल 60 प्रतिशत कम होने के अनुमान के कारण लगभग पूरा देश अभी महाराष्ट्र में नासिक से प्याज खरीद रहा है। इससे दामों में बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश के ट्रेडर्स भी महाराष्ट्र से प्याज खरीद रहे हैं।'

देश में प्याज के दाम बढ़ने से इसका निर्यात लगभग बंद हो गया है। अगर देश में प्याज के दाम 25 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर बने रहते हैं तो कुछ ट्रेडर्स आयात कर सकते हैं। मुंबई के एक एक्सपोर्टर ने बताया, 'अगर देश में दाम 25-30 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहते हैं तो आयात करना फायदेमंद होगा।' हालांकि, बहुत से ट्रेडर्स का मानना है कि प्याज का आयात करने पर भी इसके बढ़ते दामों पर नियंत्रण करने में मुश्किल होगी।

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