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तेजी के बीच रिलायंस कम्युनिकेशंस से किनारा करने में भलाई!

रिलायंस कम्युनिकेशंस घाटे में चल रहा वायरलेस बिजनेस छोड़ रहा है और वह एंटरप्राइज बिजनेस पर फोकस करेगी। कारोबारी लिहाज से ...

इकनॉमिक टाइम्स 28 Dec 2017, 8:06 am

सनम मीरचंदानी, मुंबई

नवभारतटाइम्स.कॉम better to shove off from reliance communications in the middle
तेजी के बीच रिलायंस कम्युनिकेशंस से किनारा करने में भलाई!

रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर में बुधवार को तेजी दर्ज की गई। मंगलवार को कंपनी ने डेट रिजॉल्यूशन प्लान का ऐलान किया था। कंपनी का शेयर मंगलवार को भी चढ़ा था। बुधवार को यह बीएसई पर 34.74 पर्सेंट चढ़कर 28.74 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह पिछले सात सत्रों में इसमें कुल 143 पर्सेंट की तेजी आ चुकी है।

इस साल 15 नवंबर को इस शेयर ने 9.60 रुपये के भाव के साथ 52 हफ्तों का निचला स्तर छुआ था। वहां से अब यह शेयर 199.4 पर्सेंट उछल चुका है।

कुछ मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह शेयर निकट भविष्य में और चढ़ सकता है क्योंकि कंपनी पर भारी-भरकम कर्ज से जुड़ी चिंता के चलते इसकी जबरदस्त पिटाई हुई है, वहीं कुछ अन्य इस कंपनी के फंडामेंटल्स पर भरोसा नहीं कर रहे हैं और वे इस शेयर से निकल जाने की सलाह निवेशकों को दे रहे हैं।

इक्विनॉमिक्स रिसर्च एंड एडवाइजरी के फाउंडर जी चोक्कालिंगम ने कहा, 'जिस लायक था, उससे कहीं ज्यादा पिटाई इस शेयर की हुई थी। मुझे लगता है कि 35-40 रुपये इस शेयर की फेयर वैल्यू है।'

रिलायंस कम्युनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी ने मंगलवार को कहा था कि कंपनी स्पेक्ट्रम, टावर्स और फाइबर सहित टेलीकॉम एसेट्स मार्च 2018 तक बेचेगी ताकि लेंडर्स को प्री-पेमेंट किया जा सके और अभी चल रहे स्ट्रैटेजिक डेट रिस्ट्रक्चरिंग प्रोग्राम से बाहर आया जा सके। इन एसेट्स की वैल्यू उन्होंने 25000 करोड़ रुपये बताई थी। उन्होंने कहा था कि कंपनी अपने नए अवतार में एंटरप्राइज बिजनेस पर फोकस करेगी और लोन घटाने के लिए ग्लोबल इनवेस्टर्स को स्टेक बेचेगी। अंबानी ने कहा था कि कंपनी पर कर्ज 45000 करोड़ रुपये से घटकर 6000 करोड़ रुपये रह जाएगा।

अंबानी ने मंगलवार को कहा था कि कंपनी ने चाइना डिवेलपमेंट बैंक के साथ आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट कर लिया है। सीडीबी ने बैंकरप्सी कोर्ट में कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी पिटीशन दाखिल की थी। सीडीपी करीब 11460 करोड़ रुपये आरकॉम से रिकवर करना चाहता था।

इंडिपेंडेंट मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बलिगा ने कहा कि अगर यह शेयर 35 रुपये से ऊपर चढ़े, तो शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स इसमें आंशिक तौर पर प्रॉफिट बुकिंग कर सकते हैं। बलिगा ने कहा, 'कुछ तेजी दिख सकती है, लेकिन सवाल यह है कि प्राइस फंडामेंटल लिहाज से वाजिब है या नहीं, भले ही कंपनी के बुरे दिन बीत चुके हों।' उन्होंने कहा, 'कंपनी घाटे में चल रहा वायरलेस बिजनेस छोड़ रही है और वह एंटरप्राइज बिजनेस पर फोकस करेगी। कारोबारी लिहाज से यह अच्छा निर्णय है। हालांकि शेयर की सही वैल्यू समझने के लिए हमें यह देखना होगा कि रिस्ट्रक्चरिंग किस तरह की जा रही है। तब तक यह ट्रेडिंग प्ले ही बना रहेगा, न कि इनवेस्टमेंट का दांव।'

इनवेस्टमेंट एडवाइजरी फर्म sptulsian.com के फाउंडर एस पी तुलस्यान ने कहा कि निवेशकों को इस शेयर से निकल जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आरकॉम के बचे हुए बिजनेस में विदेश की संपत्ति और डेटा सेंटर होगा। इसकी अनुमानित आमदनी करीब 3500 करोड़ रुपये है। यह मोटे तौर एन्युइटी बिजनेस है, जिससे ज्यादा निवेशक आकर्षित नहीं होंगे।'

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