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डिविडेंड का ऐलान करने की मचेगी होड़!

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अडिशनल टैक्स वाले नियम को 1 अप्रैल से लागू होना है, लिहाजा...

ईटी 2 Mar 2016, 9:07 am
राजेश मैस्केरेनस, मुंबई
नवभारतटाइम्स.कॉम budget 2016 with 10 tax on dividend income rush of interim payouts likely
डिविडेंड का ऐलान करने की मचेगी होड़!


बजट में 10 लाख से ज्यादा की डिविडेंड इनकम पर 10 फीसदी टैक्स के ऐलान में मार्केट कुछ पॉजिटिव तलाश रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अडिशनल टैक्स वाले इस नियम को 1 अप्रैल से लागू होना है, लिहाजा इस महीने बड़ी संख्या में कंपनियां डिविडेंड का ऐलान कर सकती हैं। इससे बाजार में शॉर्ट टर्म खरीदारी की दिलचस्पी भी पैदा हो सकती है, क्योंकि स्टॉक्स प्राइस में गिरावट के साथ ही डिविडेंड यील्ड अट्रैक्टिव लेवल पर आ गई हैं।

जब 28 फरवरी 2007 को पेश होने वाले बजट में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (डीडीटी) को 12.5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी किया गया था, तो बीएसई में लिस्टेड रेकॉर्ड 280 कंपनियों ने अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया था। इसके मुकाबले 2008 में सिर्फ 35 कंपनियों ने डिविडेंड दिया, जबकि 2006 में ऐसी कंपनियों की संख्या 32 थी। साल 2002 में भी अंतरिम डिविडेंड देने के लिए कंपनियों में कुछ ऐसी ही होड़ मची थी, जब तत्कालीन फाइनैंस मिनिस्टर यशवंत सिन्हा ने अपने बजट भाषण में शेयरहोल्डर्स के हाथों में डिविडेंड को टैक्सेबल बनाने का ऐलान किया था।

जानकारों को उम्मीद है कि हाई डिविडेंड देने वाली कंपनियां इस फाइनैंशल ईयर के खत्म होने या मार्च में ही डिविडेंड का ऐलान करेंगी। ब्रोकरेज फर्म के आर चोकसी शेयर्स ऐंड सिक्यॉरिटीज के मैनेजिंग डायरेक्टर देवेन चोकसी ने बताया, 'इस बात की पूरी संभावना है कि हाई डिविडेंड यील्ड वाली और कुछ अन्य कंपनियां (जिनमें प्रमोटर्स का स्टेक ज्यादा है) नियम में बदलाव से पहले डिविडेंड का फटाफट ऐलान कर सकती हैं।' पिछले साल सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, विप्रो, बजाज ऑटो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक्नॉलजीज आदि शामिल हैं।

टाटा संस ने पिछले साल 11,361 करोड़ रुपये का डिविडेंड हासिल किया। इसी तरह, अजीम प्रेमजी ने पिछले फिस्कल ईयर में डिविडेंड से 220 करोड़ रुपये कमाए थे। इंफोसिस के को-फाउंडर एस. गोपालकृष्णन की पत्नी सुधा गोपालकृष्णन और आईटी फर्म की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर ने फाइनैंशल ईयर 2015 में 109 करोड़ रुपये का डिविडेंड हासिल किया। इंफोसिस के फाउंडर एन. आर. नारायणमूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति ने 71 करोड़ का डिविडेंड हासिल किया।

जूनो मोनेटा टेक्नॉलजीज के फाउंडर सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया, 'वैसी कंपनियों में जहां प्रमोटर्स का स्टेक होल्डिंग कंपनियों के जरिये मौजूद है, डिविडेंड पेमेंट्स का ऐलान जल्द किया जा सकता है। दरअसल, ऐसी कंपनियां आमतौर पर ज्यादा डिविडेंड देती हैं। डिविडेंड के ऐलान से मार्केट में शॉर्ट-टर्म में खरीदारी तेज हो सकती है, क्योंकि स्टॉक प्राइस गिरने से यील्ड अट्रैक्टिव लेवल पर आ गई हैं।' सिक्यॉरिटी से जुड़े वकीलों के मुताबिक, कंपनियों को आमतौर पर डिविडेंड का ऐलान करने में 7 से 10 दिन लगते हैं, लिहाजा समयसीमा को लेकर कोई दिक्कत नहीं हैं।

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