[ ज्वलित व्यास | ईटीआईजी ]
इंडियामार्ट इंटरमेश इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए 475 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। IPO के जरिए कंपनी के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी 57.6 पर्सेंट से घटाकर 52.6 पर्सेंट करेंगे। इंटेल कैपिटल, एमेडियस कैपिटल पार्टनर्स और क्युओना कैपिटल जैसे अन्य शेयरहोल्डर्स भी अपनी कुछ हिस्सेदारी घटाएंगे।
कंपनी ने पिछले तीन वर्षों में रेवेन्यू में डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल की है। यह फाइनेंशियल ईयर 2018 में प्रॉफिट में आई थी। कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है और इसके पास अच्छा कैश बैलेंस मौजूद है। इन आंकड़ों के मद्देनजर और SME से सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू पर निर्भरता के कारण अधिक रिस्क लेने वाले इनवेस्टर्स इस IPO पर विचार कर सकते हैं।
बिजनेस
इंडियामार्ट की शुरुआत 1999 में हुई थी और यह अपने प्रॉडक्ट और सप्लायर की लिस्टिंग वाले मार्केटप्लेस www.IndiaMART.com और 'इंडियामार्ट' मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए ऑपरेट करती है। मार्च 2019 तक कंपनी के पास 8.27 करोड़ रजिस्टर्ड बायर्स और करीब 5.6 करोड़ सप्लायर थे। वित्त वर्ष 2017 में देश में ऑनलाइन B2B क्लासिफाइड सेगमेंट में कंपनी की हिस्सेदारी लगभग 60 पर्सेंट की थी।
देश में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले SME की संख्या अभी बहुत कम है और इस वजह से इस सेगमेंट में आने वाले वर्षों में बिजनेस बढ़ने की अच्छी संभावना है। इसे अपने रेवेन्यू का 99 पर्सेंट से अधिक सब्सक्रिप्शन पैकेज की बिक्री से मिलता है। ये पैकेज सप्लायर्स को मंथली, एनुअल और कई वर्ष के लिए उपलब्ध हैं। इसे अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर एडवर्टाइजिंग से भी कुछ रेवेन्यू मिलता है।
फाइनेंशियल पोजिशन और वैल्यूएशन
इंडियामार्ट का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2016 से 2019 के बीच 26 पर्सेंट सालाना की रफ्तार से बढ़कर 507.4 करोड़ रुपये पर पहुंचा है। वित्त वर्ष 2019 में डेप्रिसिएशन और एमॉर्टाइजेशन से पहले इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBIDTA) 82.3 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट लगभग 20 करोड़ रुपये था। शेयर कन्वर्जन के कारण नॉन-कैश एकाउंटिंग एडजस्टमेंट से पिछले दो वर्षों में कंपनी के प्रॉफिट पर असर पड़ा है। आने वाले वर्षों में ऐसा होने की संभावना नहीं है। इंडियामार्ट कर्जमुक्त कंपनी है और इसके पास लगभग 700 करोड़ रुपये का कैश है।
प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2,800 करोड़ रुपये होगा। कंपनी के लिए एक जोखिम एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी की इस सेगमेंट में प्रवेश करने की संभावना है।
(डिस्क्लेमर: ईटी को प्रकाशित करने वाली बेनेट कोलमैन एंड कंपनी (BCCL) और BCCL की सब्सिडियरी टाइम्स इंटरनेट के पास इंडियामार्ट इंटरमेश में संयुक्त तौर पर 0.5 पर्सेंट स्टेक है)