नई दिल्ली : भले ही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Research) ने अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ को तगड़ा झटका दिया हो, लेकिन अडानी एफपीओ प्रोसेस में कोई बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। अडानी ग्रुप (Adani Group) की ओर से शनिवार को यह बयान दिया गया। अडानी ग्रुप ने एक बयान में कहा, 'अडानी एंटरप्राइजेज एफपीओ (Adani Enterprises FPO) के शेड्यूल या इश्यू प्राइस में कोई बदलाव नहीं होगा।' ग्रुप ने बयान में कहा, 'हमारे बैंकर्स और इन्वेस्टर्स सहित सभी हितधारकों को एफपीओ पर पूरा विश्वास है। हमें एफपीओ की सफलता के बारे में पूरा विश्वास है।' इससे पहले रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि बैंकर्स एफपीओ के ऑफर प्राइस में कटौती की संभावना जता रहे हैं। इसके अलावा शेयर सेल की लास्ट डेट चार दिन आगे बढ़ाने की बात भी कही गई थी। लेकिन अब अडानी ग्रुप के बयान ने इन सब पर पानी फेर दिया है। अडानी एंटरप्राइजेज का एफपीओ अपने शेड्यूल के हिसाब से ही चलेगा।
20 हजार करोड़ का यह एफपीओ शुक्रवार को रिटेल निवेशकों के लिए खुला था। पहले दिन ऑफर हुए 4,55,06,791 इक्विटी शेयरों के मुकाबले केवल 4,70,160 इक्विटी शेयरों की ही बोली लगाई गई। वहीं, कंपनी का शेयर 18.52 फीसदी गिरकर 2,762.15 रुपये पर बंद हुआ।
हिंडनबर्ग ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अडानी ग्रुप की कंपनियों के कर्ज के साथ ही कंपनियों की ओवरवैल्यूएशन पर चिंता जताई गई थी। इसके बाद से अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों को कुल 48 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। वहीं, अडानी ग्रुप की ओर से इस रिपोर्ट को आधारहीन बताया गया है।
रिटेल बिडिंग के पहले दिन यह एफपीओ करीब 1 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था। शुक्रवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में भारी गिरावट आई। इससे शेयर की कीमत सेकेंडरी सेल के मिनिमम ऑफर प्राइस से 11% नीचे आ गई है। एफपीओ के लिए फ्लोर प्राइस न्यूनतम 3,112 रुपये प्रति एफपीओ इक्विटी शेयर तय की गयी थी। साथ ही सभी कैटेगरीज के निवेशकों के लिए कैप प्राइस 3,276 रुपये प्रति एफपीओ इक्विटी शेयर है। लेकिन शुक्रवार को शेयर की कीमत ही गिरकर 2,762.15 रुपये पर आ गई।
(रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
पहले दिन काफी कम लगी बोलियां
20 हजार करोड़ का यह एफपीओ शुक्रवार को रिटेल निवेशकों के लिए खुला था। पहले दिन ऑफर हुए 4,55,06,791 इक्विटी शेयरों के मुकाबले केवल 4,70,160 इक्विटी शेयरों की ही बोली लगाई गई। वहीं, कंपनी का शेयर 18.52 फीसदी गिरकर 2,762.15 रुपये पर बंद हुआ।
48 अरब डॉलर का हुआ नुकसान
हिंडनबर्ग ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अडानी ग्रुप की कंपनियों के कर्ज के साथ ही कंपनियों की ओवरवैल्यूएशन पर चिंता जताई गई थी। इसके बाद से अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों को कुल 48 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। वहीं, अडानी ग्रुप की ओर से इस रिपोर्ट को आधारहीन बताया गया है।
ऑफर प्राइस से नीचे आई शेयर की कीमत
रिटेल बिडिंग के पहले दिन यह एफपीओ करीब 1 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था। शुक्रवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में भारी गिरावट आई। इससे शेयर की कीमत सेकेंडरी सेल के मिनिमम ऑफर प्राइस से 11% नीचे आ गई है। एफपीओ के लिए फ्लोर प्राइस न्यूनतम 3,112 रुपये प्रति एफपीओ इक्विटी शेयर तय की गयी थी। साथ ही सभी कैटेगरीज के निवेशकों के लिए कैप प्राइस 3,276 रुपये प्रति एफपीओ इक्विटी शेयर है। लेकिन शुक्रवार को शेयर की कीमत ही गिरकर 2,762.15 रुपये पर आ गई।
(रॉयटर्स के इनपुट के साथ)